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मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगाने वाले IPS अमिताभ ठाकुर फिर आए चर्चा में

आरोप है कि अमिताभ ठाकुर से पटना एयरपोर्ट पर बदसलूकी की गई, जिससे वे नाराज दिखे. हालांकि, सीआइएसएफ के कमांडेंट ने दुव्‍यर्वहार की घटना से इनकार किया.

Updated on: 27 Dec 2019, 05:43 PM

Patna:

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के शासनकाल में सपा पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ फोन पर हुए एक विवाद को लेकर चर्चा में आए आइपीएस अमिताभ ठाकुर एक बार फिर चर्चा में है. आरोप है कि अमिताभ ठाकुर से पटना एयरपोर्ट पर बदसलूकी की गई, जिससे वे नाराज दिखे. हालांकि, सीआइएसएफ के कमांडेंट ने दुव्‍यर्वहार की घटना से इनकार किया.

जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह पटना एयरपोर्ट पर काफी गहमागहमी दिखी. बताया गया कि यूपी में आइजी पद पर तैनात आइपीएस अधिकरी अमिताभ ठाकुर को जबरन बोर्डिंग पास दिखाने को कहा गया. उन्‍होंने यह कहते हुए प्रतिवाद किया कि जब उन्‍हें पटना उतरना है तो वे बोर्डिंग पास क्‍यों दिखाएं. इसपर नियमों का हवाला दिया गया. अमिताभ ठाकुर ने कहा कि एयरपोर्ट पर उनसे की गई बदसलूकी की शिकायत वे उच्च स्तर पर करेंगे.

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CISF कमांडेंड ने कही ये बात

घटना की बाबत सीआइएसएफ के कमांडेंट का कहना है कि आइपीएस अधिकारी से दुर्व्यटहार नहीं किया गया. पटना में उतरते समय इंडिगो के कर्मियों ने बोर्डिंग पास मांगा था, जिसे नहीं दिखाने पर गहमागहमी हुई थी. जब अमिताभ ठाकुर को नियम बताए गए तो वे खुद शांत हो गए और उतर गए. सीआइएसएफ कमांडेंट ने अमिताभ ठाकुर से सीआइएसएफ के जवानों द्वारा बदसलूकी की बात को भी खारिज किया.

मुलायम सिंह यादव से हुआ था विवाद

बता दें कि अमिताभ ठाकुर की गिनती देश में ईमानदार और कड़क आइपीएस अधिकारी के रूप में होती है. जब उन्होंने यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार के समय मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगाया था. तब अखिलेश यादव के मुख्‍यमंत्रित्‍व काल में उन्हें सर्विस कंडक्ट रूल्स तोड़ने के आरोप में निलंबित‍ कर दिया गया था. उस वक्त भी अमिताभ ठाकुर चर्चा में आये थे.

अमिताभ ठाकुर ने अपने निलंबन के आदेश पर कहा था कि वे इसे अदालत में चुनौती देंगे. इसके बाद उन्होंने मुलायम सिंह यादव का कथित धमकी वाला एक ऑडियो टेप जारी किया था, जिसके एक दिन बाद ही ठाकुर के खिलाफ एक पुराने मामले में दुष्‍कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया था, जो बाद में झूठा निकला.

इस मामले के बाद उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कहा था कि अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें मार दिया जाएगा. निलंबित किए जाने को उन्होंने बदले की कार्रवाई बताया था. इसके बाद लखनऊ की सीजेएम कोर्ट ने अमिताभ ठाकुर की अपील पर गौर करते हुए मुलायम सिंह यादव पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था.

Facebook पर दर्ज करायी थी FIR

अमिताभ ठाकुर मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले हैं. वे आइपीएस होने के साथ ही नेशनल आरटीआई फोरम के संस्थापक भी हैं. जब फेसबुक पर 'आई हेट गांधी' नामक फेसबुक ग्रुप में महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी की जा रही थी, तब अमिताभ ठाकुर ने फेसबुक के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी. कुछ दिनों बाद फेसबुक पर उस ग्रुप को प्रतिबंधित कर दिया गया था. उनके इस कार्य का बहुत सराहना हुई थी.