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47 साल बाद फिर अशुभ ग्रह-योग, 120 दिनों तक वृषभ राशि में रहेगा मंगल

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व है. मंगल ग्रह ने 13 नवंबर की रात्रि 8:38 मिनट पर वक्री अवस्था में ही वृषभ राशि में प्रवेश कर लिया है.

Updated on: 16 Nov 2022, 05:14 PM

Patna:

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व है. मंगल ग्रह ने 13 नवंबर की रात्रि 8:38 मिनट पर वक्री अवस्था में ही वृषभ राशि में प्रवेश कर लिया है. मंगल का वृष राशि में आना और अगले करीब 5 महीनों तक संचार करना बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि मंगल वृष राशि में 12 जनवरी को मार्गी होंगे फिर 12 मार्च को मिथुन राशि में आएंगे. ऐसे में मंगल इस गोचर के दौरान कई प्रतिकूल घटनाओं को घटित करवा सकते हैं. मंगल के इस गोचर से कई राशियों पर प्रतिकूल असर भी दिखेगा. मंगल ग्रह अब तक मिथुन राशि में था, लेकिन अब ये टेढ़ी चाल चलते हुए लौटकर एक राशि पीछे की ओर आ गया है. 

ये वृष राशि में 12 मार्च 2023 तक रहेगा. मंगल का इस तरह वक्री होकर राशि बदलना ठीक नहीं है. कई सालों में ऐसी स्थिति बनती है. ऐसा 46 साल पहले यानी 14 दिसंबर 1975 को हुआ था. उस समय झारखंड की कोयला खदान में पानी भरने से कई लोग मर गए थे. वहीं, जनवरी 1976 में जर्मनी से उठे तूफान से यूके और अन्य देशों में बाढ़ आ गई थी. मंगल की चाल में हुए बदलाव के कारण फिर ऐसी आपदाओं की आशंका है. वृष शुक्र की राशि है और मंगल-शुक्र आपस में दुश्मनी रखते हैं. मंगल, वक्री रहते हुए यानी धीमी चाल से चलते हुए वृष राशि में आएगा. इससे तेल, पेट्रोल, डीजल, चमड़े, केमिकल और दवाइयों के दाम बढ़ सकते हैं. कर्ज के मामलों में कोई राहत नहीं होगी. जनता में सरकार के प्रति क्रोध रहेगा. मंहगाई कम होने के कोई आसार नहीं हैं.

14 दिसंबर 1975 को मंगल वक्री चाल से चलते हुए वृष राशि में आया था. जो कि 19 जनवरी 1976 तक था. जिससे 27 दिसम्बर 1975 को झारखंड के धनबाद जिले की चासनाला कोयला खदान में 372 लोगों की मौत हुई थी. 02 जनवरी 1976 को 'कैपेला' तूफान शुरू हुआ था. जिसमें 215 किमी/घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी. जिससे कई समुद्री तटों पर बसे देशों में बाढ़ आ गई. इस तूफान से आयरलैंड, यूके, फ्रांस, डेनमार्क, जर्मनी, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, इटली और पोलैंड में कई लोग मारे गए.

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120 दिनों तक रहेगा वृष राशि में मंगल
मंगल अपनी सामान्य चाल के हिसाब से एक राशि में 45 दिन रहता है, लेकिन 10 अगस्त से 16 अक्टूबर तक 67 दिन वृष राशि में रहा. इसके बाद अब फिर इस राशि में आ गया और 12 मार्च तक यानी 120 दिन रहेगा. किसी ग्रह के एक राशि में अपने तय दिनों से ज्यादा रहने की स्थिति को ज्योतिष में अतिचारी होना कहते हैं. मंगल का अतिचारी होना ठीक नहीं है। इससे देश-दुनिया में अनचाहे हालात बन सकते हैं.

प्राकृतिक आपदा और दुर्घटनाओं की आशंका
प्राकृतिक आपदा के साथ अग्नि कांड भूकंप गैस दुर्घटना वायुयान दुर्घटना होने की संभावना. पूरे विश्व में राजनीतिक अस्थिरता यानि राजनीतिक माहौल उच्च होगा. राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा होंगे. सत्ता संगठन में बदलाव होंगे. पूरे विश्व में सीमा पर तनाव शुरू हो जायेगा. मंगल की वजह से दुर्घटना होने की आशंका है. देश में आंदोलन, हिंसा, धरना प्रदर्शन हड़ताल, बैंक घोटाला, वायुयान दुर्घटना, विमान में खराबी, उपद्रव और आगजनी की स्थितियां बन सकती है. हवाई या पानी से जुड़ी दुर्घटना होने की आशंका है. देश के कुछ हिस्सों में बर्फबारी और बारिश हो सकती है. सेना और पुलिस विभाग से जुड़े बड़े मामले सामने आ सकते हैं. जल सेना की ताकत बढ़ेगी. देश की कानून व्यवस्था भी मजबूत होगी. मनोरंजन फिल्म खेलकूद एवं गायन क्षेत्र से बुरी खबर मिलेगी. बड़े नेताओं का दुखद समाचार मिलने की संभावना.

करें पूजा-पाठ और दान
मंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए. लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए. तांबे के बर्तन में गेहूं रखकर दान करने चाहिए. लाल कपड़ों का दान करें. मसूर की दाल का दान करें. शहद खाकर घर से निकलें. हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें. मंगलवार को बंदरों को गुड़ और चने खिलाएं.

मंगल के वृषभ राशि में जाने पर सभी राशियों पर क्या होगा प्रभाव
मेष राशि
आर्थिक रूप से उन्नति होगी. पारिवारिक मतभेद बढ़ेगा. अलगाववाद की स्थिति उत्पन्न ना होने दें. काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है. कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी.

वृषभ राशि
अपनी जिद और आवेश को नियंत्रित रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे. यात्रा सावधानीपूर्वक करें. वाहन दुर्घटना से बचें. शादी-विवाह से संबंधित वार्ता में थोड़ा और समय लगेगा.

मिथुन राशि
मंगल काफी भागदौड़ और खर्च का सामना करवाएंगे. आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे. यात्रा देशाटन से लाभ भी मिलेगा. शत्रु परास्त होंगे. कोर्ट कचहरी के मामलों में भी निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत.
 
कर्क राशि
मंगल कई तरह के अप्रत्याशित उतार चढ़ाव का सामना करवाएंगे. आय के साधन तो बढ़ेंगे लेकिन कई बार भावनाओं में बहकर लिया जाए निर्णय नुकसानदेय रहेगा। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा. 

सिंह राशि
माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें. सरकारी विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे. मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग है. मकान अथवा वाहन का क्रय कर सकते हैं. 

कन्या राशि
मंगल धर्म और अध्यात्म में तो रुचि बढ़ाएंगे किंतु कहीं न कहीं कार्य बाधा भी देंगे. हताश होने की आवश्यकता नहीं अंततः आप सफल रहेंगे. संतान के दायित्व की पूर्ति होगी.

तुला राशि
स्वास्थ्य पर तो प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद और गहरा सकता है. यात्रा सावधानी पूर्वक करें। वाहन दुर्घटना से बचें. इस अवधि के मध्य कर्ज के लेन-देन से भी बचें.

वृश्चिक राशि
दांपत्य जीवन में कड़वाहट आ सकती है. विवाह संबंधी वार्ता में थोड़ा और समय लेगा. ससुराल पक्ष से भी मतभेद गहरा सकता है. जमीन जायदाद संबंधी विवाद हल होगा. मकान अथवा वाहन के क्रय का योग बन है.

धनु राशि
हर तरह से लाभ मार्ग प्रशस्त होगा. यात्राओं की अधिकता रहेगी. आय के साधन बढ़ेंगे. काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद. उधार देने से बचें. 

मकर राशि
मंगल कई तरह के अप्रत्याशित परिणाम का सामना करवाएंगे. संतान संबंधी चिंता परेशान करेगी. नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग. प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी. 

कुंभ राशि
वाहन दुर्घटना से बचें. सामान चोरी होने से भी बचाएं. जमीन जायदाद संबंधी विवाद हल होगा. वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा. माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें. 

मीन राशि
कार्य व्यापार में उन्नति होगी. सामाजिक संस्थाओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान पुण्य भी करेंगे. यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा.