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बिहार में छिड़ा पोस्टर वॉर, '15 साल बनाम 15 साल' की लड़ाई में गिद्ध और कबूतर ने मारी एंट्री

नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर बिहार में राजनीति तेज है. अब तक सड़कों पर विरोध प्रदर्शन और बयानबाजी तक सीमित रही जंग अब पोस्टर वॉर में बदल गई है.

Updated on: 18 Dec 2019, 01:45 PM

पटना:

नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर बिहार में राजनीति तेज है. अब तक सड़कों पर विरोध प्रदर्शन और बयानबाजी तक सीमित रही जंग अब पोस्टर वॉर में बदल गई है. इस ठंड के मौसम में भी बिहार की सियासत 'पोस्टर' को लेकर गरमा गई है. इस सियासी लड़ाई में 'गिद्ध' और 'कबूतर' भी आ गए हैं. मंगलवार को राजधानी पटना के कई क्षेत्रों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 'लापता' होने के पोस्टर लगाए गए थे, जिसके जवाब में बुधवार (आज) को सत्ताधारी पार्टी जनता दल-युनाइटेड (जेडीयू) ने भी एक पोस्टर जारी किया है.

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नीतीश कुमार के खिलाफ 'लापता' के पोस्टर के बाद जेडीयू ने '15 साल बनाम 15 साल' के पोस्टर लगाए हैं. एक 15 साल को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के कार्यकाल के रूप में प्रदर्शित किया गया है, जिसमें 'गिद्ध' की तस्वीर लगाई गई है, जबकि दूसरी तरफ नीतीश कार्यकाल की ओर 'कबूतर' की तस्वीर लगाई गई है, जिसको भय बनाम भरोसा के रूप में दिखाया गया है. इन पोस्टर को जेडीयू पार्टी के मुख्यालय के बाहर लगाया गया है.

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इस पोस्टर के संबंध में जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि 15 साल पति-पत्नी (लालू प्रसाद और राबड़ी देवी) का शासनकाल था, जहां गिद्ध के रूप में चारों तरफ भय ही था. वहीं नीतीश सरकार का 15 साल का शासनकाल विकास और शांति का रहा. उन्होंने कहा कि कहावत है कि जहां गिद्घ बैठ जाता है, वहां सब कुछ उजड़ जाता है. वहीं राजद के विधायक भाई विरेंद्र ने कहा कि जेडीयू कब तक पोस्टर से भागेगी. यहां की जनता ने तय कर लिया है कि अब भय वाली सरकार को हटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब ऐसी सरकार नहीं चाहिए, जहां लड़कियों को दिन में जला दिया जा रहा है. लड़कियों की इज्जत लूट ली जा रही है और सरकार मूकदर्शक बनी है.

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बता दें कि मंगलवार को पटना कई तरह के पोस्टर लगाए गए थे, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश के लापता होने की जानकारी देते हुए कई संदेश लिखे हुए थे. यह पोस्टर वीरचंद पटेल मार्ग, हवाईअड्डा मार्ग के कई स्थानों पर लगाए गए थे, जो अब चर्चा का विषय हैं. बहरहाल, बिहार में पोस्टर पर सियासत गर्म है और अब देखना है कि अगला पोस्टर कब और कहां देखने को मिलता है.