हल्की सी बारिश हुई और कटिहार की सड़के पानी में डूब गई. जनता का आरोप है कि मेयर ऊषा अग्रवाल जन समस्याओं को लेकर कुछ करती नहीं हैं. ऐसे में जब मामले को आगे स्तर पर ले जाने की पहल करती है तो अपने पति यानि MLC अशोक अग्रवाल के पद की धौंस भी देती है. बारिश के बाद कटिहार में हर तरफ जलजमाव की खौफनाक तस्वीर नजर आती है. जिले की जनता पेरशान है. इतना ही नहीं नगर निगम का दफ्तर भी पानी में डूब जाता है. पहली बारिश के बाद देखने को मिली तस्वीरों ने कटिहार की पोल खोल कर रख दी है. थोड़ी सी बारिश के बाद सड़कें स्विमिंग पुल बन गई हैं.
मेयर महोदया सुनिए जनता की अर्जी
आम जनता जिस सड़क से अर्जी देने नगर निगम के दफ्तर जाते वो दफ्तर भी पानी में आधा डूब गया. जनता का आरोप है कि जब वो अपनी अर्जी लेकर मेयर उषा अग्रवाल तक पहुंचती है तो मेयर महोदया नहीं सुनती. शायद उषा अग्रवाल जी जनता की बात सुनना नहीं चाहती तभी तो जनता परेशान है और मेयर साहिबा एक्शन लेने के बिल्कुल भी मूड में नहीं है.
मेयर पत्नी, MLC पति
जनता जाए भी तो कहां जाए, MLC के पास जा तो सकती है, लेकिन फायदा क्या...वहां भी उनका काम नहीं बनता. क्योंकि मेयर की कुर्सी ऊषा जी के पास है तो MLC की कुर्सी पति अशोक कुमार ने संभाल रखी है. मेयर उषा अग्रवाल जी को कुछ बोलो तो MLC साहब का खौफ दिखाती है. जनता परेशान है. शहर में जलजमाव ने जीना मुहाल कर रखा है, लेकिन मेयर साहिबा उफ्फ तक नहीं करती है.
रिपोर्ट : जयप्रकाश भगत
HIGHLIGHTS
- पहली बारिश में खुल गई तैयारियों की पोल
- गली-मोहल्लों से लेकर चौराहों पर जलजमाव
- मेयर साहिबा सुनती नहीं जनता की पुकार
Source : News State Bihar Jharkhand