बिहार: गरीब और मजदूर रोजी रोटी के लिए शुरू कर सकते हैं यह काम, मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव और लॉकडाउन में रोजगार सृजन को लेकर किए जा रहे कार्यों की रविवार को समीक्षा की.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव और लॉकडाउन में रोजगार सृजन को लेकर किए जा रहे कार्यों की रविवार को समीक्षा की.

author-image
Dalchand Kumar
New Update
Nitish Kumar

गरीब मजदूर रोजी रोटी के लिए शुरू कर सकते हैं यह काम, CM ने दिए निर्देश( Photo Credit : फाइल फोटो)

बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण से बचाव और लॉकडाउन में रोजगार सृजन को लेकर किए जा रहे कार्यों की रविवार को समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली-नालियां एवं शौचालय निर्माण के कार्य में तेजी लाकर रोजगार का सृजन करें, जल-जीवन-हरियाली एवं मनरेगा के अन्तर्गत तालाबों एवं पोखरों का जीर्णोद्धार जैसे कार्य तेजी से हों.

Advertisment

यह भी पढ़ें: सुबह घरों से बाहर निकले लोग तो फटी की फटी रह गई आंखें, हुआ यह खौफनाक वाकया

मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना है ताकि मजदूरों को काम मिलने में कठिनाई न हो. नीतीश ने कहा कि मनरेगा के अन्तर्गत एक एकड़ से कम क्षेत्र वाले तालाबों का निर्माण शीघ्रता से हो, इससे अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों/मजदूरों को रोजगार मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन के क्रम में गाइडलाइन के अनुरूप स्थानीय मजदूरों का उपयोग किया जाय और निर्धारित मापदंड का पालन किया जाए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राप्त जानकारी के अनुसार, रबी फसल की कटाई अंतिम चरण में है, ऐसे में किसानों के हित में गेहूं की खरीद का कार्य तेजी से कराना होगा और यह सुनिश्चित कराना होगा कि इसमें किसानों को दिक्कत ना हो. गौरतलब है कि पहले गेहूं की खरीद का लक्ष्य दो लाख मीट्रिक टन था जिसे लॉकडाउन के कारण बढ़ाकर सात मीट्रिक टन किया गया है. उन्होंने कहा कि कटाई के उपरांत फसल अवशेष को खेतों में जलाने से रोकने के लिये किसानों को प्रेरित किया जाए, उन्हें बताया जाए कि इससे खेतों की उर्वरा शक्ति कमजोर होती है, साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है.

यह भी पढ़ें: 'कोरोना से जंग में सरकार के इन तीन कदमों ने बिहार को देश में अव्वल बनाया'

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित जिलों में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर चल रहे डोर टू डोर कैंपेनिंग कार्य में और तेजी लायी जाय. उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर अब तक 33 लाख 86 हजार 685 घरों का सर्वेक्षण हुआ है, जिसमें 1 करोड़ 84 लाख 5 हजार 712 लोग शामिल हैं, इनमें मात्र 980 लोगों में सामान्य बीमारी जैसे- सर्दी, खांसी एवं बुखार के लक्षण पाये गये हैं.

नीतीश ने कहा कि अफवाह फैलाने वाले लोगों और फेक न्यूज से सतर्क रहें और उस पर ध्यान न दें. उन्होंने कहा, 'मुझे पूरी उम्मीद है कि आप सबके सहयोग से हम सब इस महामारी पर विजय प्राप्त करने में सफल होंगे.'

यह वीडियो देखें: 

Bihar Nitish Kumar Bihar LockDown corona-virus
      
Advertisment