कैमूर जिले के कुदरा थाना क्षेत्र के सलथुआ में कांग्रेस नेता चंद्रमा सिंह यादव के हत्या होने के बाद परिवार से मिलने पहुंचे जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार को एक बार फिर घेरा है. पप्पू यादव ने कहा कि शराब बंदी के बावजूद बिहार में 80% जज, 90% अधिकारी, और 95% पत्रकार शराब पीते हैं. शराबबंदी को सफल बनाने के लिए थानेदार, डीएसपी और एसपी पर कार्रवाई करनी होगी. बिहार सरकार एक फुंसी के लिए पूरी कर्दन कटाने के लिए तैयार है. इसके लिए मुकम्मल व्यवस्था करनी होगी तभी शराब का कारोबार रुकेगा.
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि 80% जज, 90% पदाधिकारी, 95% पत्रकार और नेता शराब का सेवन करते हैं. शराब नहीं पीने का देश में सबसे ड्राई स्टेट शराबबंदी को लेकर गुजरात था वहां भी 25 मरे. झंडा उठाने को लेकर एक पेटी लो और झंडा लो ट्रेंड चल रहा है. दिल्ली में शराब को इतना बढ़ा दिया कि इससे राज्य की इकोनामी बढ़ गई, तो हम बुड़बक हैं कि इसे बंद किए हैं. लोगों को इकोनॉमि की जरूरत है और हम फुंसी के लिए अपना गर्दन कटा रहे हैं. अगर शराब बंदी को आप अपनी पहचान मानते हैं तो उसके लिए जिम्मेदारी तय करिए. जिस क्षेत्र में शराब के मामले आए वहां के दरोगा को बर्खास्त करिए, डीएसपी को सस्पेंड करिए, और एसपी का प्रमोशन रोक दीजिए और इससे भी ज्यादा धारदार बनाना है तो एक्साइज को पूरी तरह समाप्त करना होगा और वहां के स्थानीय नेताओं को भी जिम्मेदार बनाइए.य हर चीज के लिए नेता जिम्मेवार होंगे तो शराब बंदी जो आपके सबसे महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षा बना हुआ है वह सफल होगा.
Source : Naresh Kumar Bisen