अंधविश्वास ने ली महिला की जान, 20 घंटे तक परिजन कराते रहे झाड़-फूंक

भोजपुर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां महिला को सांप काटने के बाद उसे डॉक्टर के पास ना ले जाकर दूसरे जिले में झाड़-फूंक कराने ले गए.

भोजपुर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां महिला को सांप काटने के बाद उसे डॉक्टर के पास ना ले जाकर दूसरे जिले में झाड़-फूंक कराने ले गए.

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Vineeta Kumari
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अंधविश्वास ने ली महिला की जान( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)

भोजपुर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां महिला को सांप काटने के बाद उसे डॉक्टर के पास ना ले जाकर दूसरे जिले में झाड़-फूंक कराने ले गए. झाड़-फूंक में करीब बीस घंटे बीत जाने के बाद महिला की मौत हो गई. यह मामला धनगाई थाना क्षेत्र के चकवा गांव का है, जहां गुरुवार के अहले सुबह जहां घर के रूम में पलंग पर सोई एक महिला को विषैले सांप ने डस लिया. सांप के डसते ही महिला की हालत बिगड़ गई, हालत बिगड़ते देख परिजनों ने उसे आनन-फानन में बिना इलाज कराए बक्सर जिले के कंज्या गांव स्थित कंज्या के ठाकुर जी के पास झाड़-फूंक कराने लेकर चले गए. अंधविश्वास के चक्कर में महिला ने दम तोड़ दिया.

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सोई हुई संध्या को सांप ने डसा
मृतका धनगाई थाना क्षेत्र के चकवा गांव वार्ड नंबर 6 निवासी शेखर शर्मा की 25 वर्षीया पत्नी संध्या देवी है. इधर संध्या के देवर अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि उसकी भाभी बुधवार की रात खाना खाकर अपने कमरे में पलंग पर सोई हुई थी. उसी दौरान गुरुवार की अहले सुबह विषैले सांप ने उसे कंधे के पास डस लिया, जिससे उसकी हालत काफी बिगड़ गई. उसकी हालत को बिगड़ता देख उसे इलाज के लिए डॉक्टर के यहां ना ले जाकर उसे झाड़-फूंक कराने बक्सर जिला के कंज्या गांव स्थित ठाकुर जी बाबा के पास ले गए.

जहां परिजन ने ठाकुर जी बाबा के द्वारा करीब उसका 20 घंटे तक झाड़-फूंक कराते रहे. झाड़-फूंक के बीच महिला एक बार उठकर बैठी और थोड़ी ही देर में वह सोई तो सोई की रह गई.  बाबा ने कहा कि संध्या यहीं ठीक हो जाएगी, लेकिन उसकी हालत धीरे-धीरे बिगड़ती चली गई. उसके बावजूद भी बाबा ने बोला की सब ठीक हो जायेगा, जो भी इस दरबार में आता है, सब ठीक होकर जाता है लेकिन परिजन ने झाड़-फूंक के चक्कर में ही महिला की जान ले ली. मौत के बाद भी महिला को पुनः जीवित करने की कोशिश की गई लेकिन महिला मर चुकी थी.

इसके बाद परिजन अपनी संतुष्टि के लिए गुरुवार की देर रात उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. मृत महिला की काफी देर पहले मौत हो जाने से उसके पेट और शरीर फूल चुका था, जिसके पश्चात परिजन शव का बिना पोस्टमार्टम कराए ही वापस गांव ले गए. संध्या देवी की शादी वर्ष 2019 में हुई थी, पति सिकंदराबाद में रहकर प्राइवेट काम करता है. संध्या की दो बेटी सम्या (डेढ़ साल) और समृद्धि (8 महीने) है. घटना के बाद में मृतका के घर में कोहराम मच गया है.

Source : News Nation Bureau

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