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Weather Breaking Today: बिहार की हवा में घुला दिल्ली जैसा प्रदूषण, एक्यूआई 315 के पार

बिहार में पिछले कुछ दिनों से मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, वहीं, बिहार के बेगुसराय शहर की हवा भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तरह जहरीली हो गई है. बेगूसराय में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है.

Updated on: 03 Nov 2023, 07:44 PM

highlights

  • बिहार की हवा में घुला दिल्ली जैसा प्रदूषण
  • 315 के खतरनाक स्तर पर पहुंचा एक्यूआई
  • मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट 

Patna:

Weather Breaking Today: बिहार में पिछले कुछ दिनों से मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, वहीं, बिहार के बेगुसराय शहर की हवा भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तरह जहरीली हो गई है. बेगूसराय में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. बता दें कि शुक्रवार को यहां का एक्यूआई स्तर 315 पर पहुंच गया, जो मानक के हिसाब से बहुत ही खराब है. आने वाले दिनों में एक्यूआई का स्तर ऐसा ही रहा तो शहरवासी सांस संबंधी बीमारियों समेत कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं. बता दें कि वायु प्रदूषण के इस खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद भी प्रशासन ने प्रदूषण रोकने के लिए अभी तक कोई दिशानिर्देश जारी नहीं किए हैं.

धूल के कण प्रदूषण का कारण

आपको बता दें कि जिले के पनहांस स्थित डीआरसीसी में लगे वायु प्रदूषण मापक यंत्र की रिपोर्ट के अनुसार धूल के कण हवा को अधिक प्रदूषित कर रहे हैं. इस संबंध में एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम 2.5 और पीएम 1.0 की स्थिति बेहद खराब है, जबकि ओ-3, एसओ-2 और सीओ की स्थिति अच्छी बताई जा रही है, जबकि एनओ-2 की स्थिति संतोषजनक है.

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बेहतर हवा की है जरूरत

इसके साथ ही आपको बता दें कि वायु प्रदूषण के संबंध में शून्य से 50 AQI को अच्छा माना जाता है, जबकि 51 से 100 AQI को संतोषजनक माना जाता है और अगर किसी जिले का AQI 301 से 400 तक पहुंच जाए तो यह बहुत खराब स्थिति है. अगर AQI लेवल यही रहा तो इस जहरीली हवा के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.

दिल्ली जैसी हो सकती हालत

आपको बता दें कि बेगूसराय में वायु प्रदूषण के इस खतरनाक स्तर पर पहुंचने का सबसे बड़ा कारण हवा में धूल कणों की अधिक मात्रा को माना जा रहा है, चाहे वह सरकारी और गैर सरकारी निर्माण कार्य में प्रयुक्त की जा रही सामग्रियों से निकलने वाला धूलकण हो, या फिर वाहनों की आवाजाही से सड़क पर उड़ने वाला धूलकण हो. अगर समय रहते जिले में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सार्थक कदम नहीं उठाया गया तो बेगूसराय की हालत दिल्ली जैसे महानगरों जैसी बदतर हो सकती है.