बगहा में अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी, गर्भाशय निकालने का चल रहा खेल

रामनगर के बलुआ में संचालित झोला छाप चिकित्सकों के अवैध नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड के विरुद्ध सोमवार को कारवाई की गई.

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Vineeta Kumari
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बगहा में अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)

रामनगर के बलुआ में संचालित झोला छाप चिकित्सकों के अवैध नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड के विरुद्ध सोमवार को कारवाई की गई. यह कारवाई राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की शिकायत पर बगहा एसडीएम डॉक्टर अनुपमा सिंह व सिविल सर्जन डॉक्टर बीरेंद्र चौधरी के निर्देश पर गठित टीम ने की. इस टीम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर चंद्रभूषण, सीओ विनोद कुमार मिश्रा, बीडीओ चंद्रगुप्त कुमार बैठा, थानाध्यक्ष अनंत राम समेत अन्य शामिल रहे. इस दौरान नगर के दुर्गा नगर में संचालित ओम साई अस्पताल की जांच के लिए टीम पहुंची. टीम के आने की भनक लगते ही अस्पताल संचालक फरार हो गए. इस अस्पताल में मेजर ऑपरेशन के 11 मरीज मिले, जबकि यहां कम उम्र की महिलाओं का गर्भाशय निकालने का मामला भी पकड़ा गया. जिनका बयान भी अधिकारियों ने लिया.

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अधिकारियों ने मरीजों को गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल बेतिया में शिफ्ट करने का निर्देश दिया. पीएचसी प्रभारी चंद्रभूषण ने बताया कि मेजर ऑपरेशन वाले मरीजों को बेतिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शिफ्ट करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई हैं. उन्होनें बताया कि मरीजों को शिफ्ट करने के बाद इसको सील करने की कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अवैध नर्सिंग होमो के विरुद्ध आगे भी छापेमारी जारी रहेगी. छापेमारी की सूचना मिलते ही नगर में संचालित अवैध नर्सिंग होम धड़ाधड़ बंद हो चले.

फर्जी नर्सिंग होम संचालकों में हड़कंप की स्थिति व्याप्त रही. वहीं नगर के अस्पताल रोड में संचालित अल्ट्रासाउंड की जांच भी इस टीम ने की. इस दौरान कामख्या व परिधि अल्ट्रासाउंड की जांच की गई, जहां मौके पर अधूरे कागजात अधिकारियों को मिले. इन लोगों को सभी कागजात प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया. जांच की खबर मिलते ही अल्ट्रासाउंड समेत अवैध नर्सिंग होम के शटर गिर गए. उल्लेखनीय है कि नगर समेत ग्रामीण इलाके में अवैध नर्सिंग होम का संचालन दलालों की मदद से बेधड़क जारी है.

बीते अगस्त महीने में तत्कालीन एस डी एम दीपक मिश्रा के नेतृत्व में इनके विरुद्ध कार्रवाई की गई थी, जिसमें तीन नर्सिंग होम को सील भी किया गया था लेकिन इसके बाद भी इस पर लगाम नहीं लग सका. इन नर्सिंग होम में आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को बहला फुसलाकर लाने में दलाल सक्रिय भूमिका निभाते हैं. 

गर्भाशय निकालने का चल रहा खेल
सोमवार को ओम साई नर्सिंग होम अस्पताल में छापेमारी के दौरान कम उम्र की महिलाओं की गर्भाशय निकालने का मामला सामने आने पर अधिकारी भौचक रह गए. जांच में 22 वर्ष से लेकर 35 वर्ष तक की सात महिलाओं का गर्भाशय निकालने का मामला सामने आया. पी एच सी प्रभारी डॉक्टर चंद्रभूषण ने बताया कि 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं के गर्भाशय निकालने पर रोक है, लेकिन यहां धड़ल्ले से कम उम्र की महिलाओं का गर्भाशय निकाल दिया गया है. जिन लोगों के गर्भाशय निकाले गए हैं, उनमें 22 वर्षीय मनीषा कुमारी, 23 वर्षीय रतनमाला देवी, 25 वर्षीय रिंकी देवी, 24 वर्षीय मीना देवी,  25 वर्षीय संध्या देवी, 30 वर्षीय रामसरी देवी, 35 वर्षीय ज्योति देवी, 35 वर्षीय सरोज देवी व 38 वर्षीय सुधा देवी शामिल है. इस मामले में जांचोपरांत नियमानुसार कार्रवाई की बात पी एच सी प्रभारी ने की.

रिपोर्टर- राकेश कुमार सोनी

Source : News State Bihar Jharkhand

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