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बिहार के कैमूर में अवैध बंदूक फैक्ट्री का भंडाफोड़

एक अन्य मामले में, सीआरपीएफ के जवानों ने नक्सल प्रभावित गया जिले में छिपे हुए हथियारों और गोला-बारूद को भी जब्त कर लिया.

Updated on: 30 Nov 2020, 08:27 AM

पटना:

बिहार के कैमूर जिले के चैनपुर इलाके में एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश द्वारा संचालित एक छोटी अवैध बंदूक फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ. एक अन्य मामले में, सीआरपीएफ के जवानों ने नक्सल प्रभावित गया जिले में छिपे हुए हथियारों और गोला-बारूद को भी जब्त कर लिया. पुलिस ने यह जानकारी रविवार को दी. कैमूर पुलिस अधीक्षक दिलनवाज अहमद ने कहा, 'हम जिले में विशेष वाहन-चेकिंग अभियान चला रहे थे, जिसके दौरान मोटरसाइकिल पर सवार तीन युवकों को चैनपुर इलाके में रुकने का इशारा किया गया, लेकिन वह अपने गाड़ी वहीं से घुमाकर भागने लगे, मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया और कुछ दूर आगे जाकर धर दबोचा.'

संदिग्धों के पास से ए315-बोर की शॉर्ट-मजल राइफल, दो कारतूस जब्त किए गए. अभियुक्त की पहचान जालिम राम, अनिल खरवार, और संजय खरवार, सभी भभुआ के रहने वाले हैं, उनसे पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि चैनपुर थाना क्षेत्र के अतर्गत तिरौना गांव निवासी राम दुलार शर्मा अवैध हथियार और गोला-बारूद का सप्लाई करता है.

अहमद ने कहा, 'चैनपुर एसएचओ ने शर्मा के घर पर पुलिस टीम के साथ छापेमारी की, जहां शर्मा अपने घर पर एक अवैध बंदूक-निर्माण कारखाना चला रहा था. हमने मौके पर से दो देसी पिस्तौल और 'कट्टा', छह आधा बने 'कट्टा', छह कारतूस और बंदूक बनाने के उपकरण जब्त किए.' एसपी ने कहा, 'शर्मा एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश है, अवैध गतिविधियों के चलते जेल की सजा काट चुका है. जालिम राम भी इलाके का कुख्यात अपराधी है और वह इससे पहले तीन बार जेल जा चुका है.'

एक अन्य मामले में, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 159 कोबरा कमांडो के एक दल ने गया जिले के इमामगंज थाना क्षेत्र के पररिया गांव में एक भूमिगत बंकर से भारी मात्रा में हथियार, नक्सली दस्तावेज और अन्य आपत्तिजनक सामान जब्त किया. जब्त किए गए हथियारों में दो देशी पिस्तौल, 15 कारतूस, दो मैग्जीन, दो मोबाइल फोन, तीन राइफल होल्स्टर शामिल हैं.