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ICAR बिहार के 10 जिलों में कराएगी जलवायु अनुकूल खेती

बिहार सरकार राज्य के कई जिलों में जलवायु अनुकूल खेती प्रारंभ कर चुकी है, जिसका लाभ भी किसानों को मिल रहा है. ऐसे में केंद्र की योजना राज्य सरकार की शुरू की गई योजना से अलग होगी.

Updated on: 27 Dec 2021, 12:10 PM

highlights

  • जलवायु अनुकूल खेती के लिए बिहार के 10 जिलों को चुना गया
  • नेशनल इनोवेशन इन क्लाइमेट रिसिलियेंट एग्रीकल्चर दिया नाम
  • जिलों के कृषि विज्ञान केंद्र इस योजना को संचालित करेंगे

पटना:

बिहार के 10 जिलों में अब केंद्र सरकार भी जलवायु अनुकूल खेती शुरू करने जा रही है. इसके लिए केंद्रीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने देश भर में जिलों का चयन कर लिया है, जिसमें बिहार के भी 10 जिले है. केंद्र द्वारा जलवायु अनुकूल खेती के लिए बिहार के 10 जिलों को चुना गया है, जिसमे दरभंगा, पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, सीवान, सहरसा, लखीसराय, किशनगंज, भागलपुर, नालंदा और सीतामढ़ी शामिल हैं. सरकार का मानना है है कि जलवायु में हो रहे परिवर्तन का प्रभाव खेती पर भी पड़ा है, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसे में जलवायु अनुकूल खेती कारगर पहल हो सकती है.

उल्लेखनीय है पूर्व से ही बिहार सरकार राज्य के कई जिलों में जलवायु अनुकूल खेती प्रारंभ कर चुकी है, जिसका लाभ भी किसानों को मिल रहा है. ऐसे में केंद्र की योजना राज्य सरकार की शुरू की गई योजना से अलग होगी. केंद्र की इस योजना में खेती के साथ पशुपालन और उद्यान से जुड़ी गतिविधियों को जलवायु के अनुकूल बनाया जाएगा. बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. आर के सोहाने बताते हैं कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जलवायु अनुकूल खेती योजना से अतिरिक्त इस योजना को नेशनल इनोवेशन इन क्लाइमेट रिसिलियेंट एग्रीकल्चर (निकरा) योजना नाम दिया गया है.

उन्होंने कहा कि निकरा द्वारा सभी चयनित जिलों के कृषि विज्ञान केंद्र इस योजना को संचालित करेंगे, जबकि बिहार कृषि विश्वविद्यालय योजना की निगरानी करेगा. उन्होंने बताया कि इसमें वैज्ञानिकों की सलाह भी किसानों को दी जाएगी. बिना जुताई की खेती, कृषि यंत्र, तकनीक से संबंधित जानकारियां किसानों के बीच प्रचारित किया जाएगा.