मधुबनी के बेनीपट्टी प्रखंड के राजघट्टा गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र भवन भगवान भरोसे ही चल रहा है. भवन की हालत इस कदर है कि वो कभी भी जमींदोज हो सकता है. इसके बावजूद स्वास्थ्य महकमा इस पर ध्यान नहीं देता. उप स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग को देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बिल्डिंग का मेंटनेंस हुए कितने सालों हो गए होंगे. पूरी तरह से जर्जर हो चुके इस बिल्डिंग में उप स्वास्थ्य केंद्र संचालित किया जा रहा है. जिससे यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. बिल्डिंग का एक हिस्सा बगल के तालाब में समाहित हो चुका है.
गंदगी का अंबार
हॉस्पिटल में किसी तरह का संक्रमण न फैले इसके लिए आस पास काफी साफ सफाई रखनी होती है, लेकिन यहां तो गंदगी का अंबार लगा हुआ है. हॉस्पिटल के सामने उपले लगाए गए हैं. इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है. आपको बता दें कि इस उप स्वास्थ्य केंद्र को चलाने के लिए कर्मचारी के नाम पर सिर्फ एक एनएम है. अपने गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र की ऐसी हालत देखकर यहां के ग्रामीणों में मायूसी है. यहां के लोगों को सरकार से उम्मीद है कि वो इस और ध्यान देंगे और जल्द ही इस भवन की हालत सुधरेगी.
कब सुधरेगी स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन की दशा
एक ओर जर्जर अस्पताल की बिल्डिंग और दूसरी ओर सिर्फ एक एनएम के सहारे इसको चलाना, यहां के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है. जबकि सीएम नीतीश कुमार अभी कुछ दिन पहले ही पूरे बिहार में समाधान यात्रा पर थे. जहां उन्होंने लोगों की समस्याओं को जाना और समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए. बावजूद इसके इस उप स्वास्थ्य केंद्र भवन पर किसी का ध्यान नहीं गया. अगर बिहार के गांवों में इस तरह की स्वास्थ्य व्यवस्था रहेगी तो ये सरकार की योजनाओं पर बड़े सवाल खड़े करता है.
रिपोर्ट : प्रशांत झा
HIGHLIGHTS
- भगवान भरोसे स्वास्थ्य उप केंद्र
- ANM के सहारे चलता है उप स्वास्थ्य केंद्र
- खस्ताहाल है बिल्डिंग की हालत
- जर्जर बिल्डिंग कभी भी हो सकती है जमींदोज
- उप स्वास्थ्य केंद्र के सामने गंदगी का अंबार
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