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शराब नहीं पीने की शपथ ली, फिर कुछ देर बाद हेडमास्टर हो गए नशे में गिरफ्तार

शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी कर्मियों को जीवन भर शराब सेवन नहीं करने और किसी अन्य को शराब नहीं पीने देने की शपथ दिलवाई थी.

Updated on: 27 Nov 2021, 01:17 PM

highlights

  • बिहार में शुक्रवार को दिलाई गई शराब नहीं पीने की शपथ
  • चंपारण में हेडमास्टर ने भी खाई शराब नहीं पीने की शपथ
  • तुछ देर बाद पीने बैठे और फिर नशेबाजी में हो गए गिरफ्तार

बेतिया:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सरकारी अधिकारियों,कर्मचारियों को यह सोचकर शराब नहीं पीने की शपथ दिलवाई थी कि शपथ लेने के बाद ये लोग शराब का सेवन नहीं करेंगे. यह अलग बात है कि शपथ लेने के कुछ ही घंटों के बाद एक सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक शराब पीने दूसरे राज्य के मयखाने पहुंच गए. हालांकि शराब के नशे में उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार की शाम करीब आठ बजे पश्चिम चंपारण के पिपरासी में श्रीपतनगर के प्राथमिक विद्यालय, कांटी टोला के प्रधानाध्यापक (हेडमास्टर) कुंदन कुमार गोंड़ को शराब के नशे में पकड़ा गया. बाद में इनकी चिकित्सकीय जांच की गई जिसमें उनके शराब पीने की पुष्टि हुई है.

बगहा के पुलिस अधीक्षक किरण कुमार गोरख जाधव ने बताया कि मेडिकल जांच के बाद आई रिपोर्ट के अनुसार शिक्षक पर अन्य विभागीय कार्रवाई की भी अनुशंसा की जाएगी. उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी कर्मियों को जीवन भर शराब सेवन नहीं करने और किसी अन्य को शराब नहीं पीने देने की शपथ दिलवाई थी. इसमें सभी विद्यालय में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार शिक्षक शराब नहीं पीने की शपथ लेने के बाद पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश पहुंच गए थे और रात वे वहां से शराब पीकर वापस अपने घर लौटने लगे. इस दौरान बिहार पुलिस बार्डर पर ही तैनात थी. बिहार की पिपरासी थाने की पुलिस ने बॉर्डर पार करते ही हेडमास्टर को पकड़ लिया.