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लोग जान जोखिम में डालकर पहाड़ी नदी हरहा को पार कर रहे हैं.( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)
नेपाल में लगातार भारी बारिश के चलते गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. गंडक नदी के सीमावर्ती गांव वाल्मीकिनगर के चकदहवा, झंडू टोला, बीन टोली और कान्हा टोली के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने के लिए कहा गया है. वहां रात तक बाढ़ का पानी घुसने की आशंका बढ़ गई है. सोमवार शाम तक 2 लाख 76 हजार 800 क्यूसेक पानी गण्डक नदी में छोड़ा गया है. एसएसबी के जवानों द्वारा लोगों को सतर्क किया जा रहा. पूरे इलाके में माइकिंग के जरिए ग्रमीणों को अलर्ट किया जा रहा है कि गंडक नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि हो रहा है.
लोगों से बार-बार अपील की जा रही है कि जरूरी सामान और अपने बच्चों को लेकर सुरक्षित एवं उच्चे स्थान पर चले जाएं. गंडक बराज डिवीजन के कार्यपालक अभियंता सुबोध चौधरी ने बताया कि गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों स्थित पहाड़ी और तराई इलाकों में लगातार बारिश होने की मिल रही जानकारी के अनुसार नदी के जलस्तर में वृद्धि की सम्भावना बनी हुई है. जिस कारण गंडक बराज कंट्रोल रूम को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
आपको बता दें कि गंडक के जलस्तर बढ़ने के कारण गंडक के निचले इलाके के क्षेत्रों के ऊपर जलमग्न होने का खतरा मंडराने लगा है. गंडक बराज से 2 लाख 74 हजार क्यूसेक पानी गंडक नदी के डाउन स्ट्रीम में प्रवाहित किया गया. इससे गंडक नदी के किनारे स्थित दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. बगहा के दो पंचायतों के 22 गांव नदियों के जलस्तर में वृद्धि के बाद टापू की तरह घिर गए हैं. नदियों को पार कर आने जाने की मजबूरी हैं. लोग जान जोखिम में डालकर पहाड़ी नदी हरहा को पार कर रहे हैं. बाइक को भी कंधे पर उठाकर गांव के कुछ युवा जरूरी कार्य के लिए जाते दिख रहे हैं. बारिश के बाद गंडक नदी के साथ ही कई पहाड़ी नदियां उफान पर हैं. उधर प्रभावित इलाकों में एसएसबी आगे आई हैं और लोगों से सुरक्षित ठिकाना बनाने की अपील कर रही है.
Source : News Nation Bureau