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Hariyali Teej 2022: हरियाली तीज पर महिलाएं भूलकर भी ना करें ये गलतियां

हिंदू धर्म में हरियाली तीज का विशेष महत्व होता है. यह पर्व हर साल श्रावण माह  के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह पर्व माह के सबसे अंतिम दिन यानी 31 जुलाई 2022 को मनाया जाएगा.

Updated on: 28 Jul 2022, 01:37 PM

Patna:

हिंदू धर्म में हरियाली तीज का विशेष महत्व होता है. यह पर्व हर साल श्रावण माह  के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह पर्व माह के सबसे अंतिम दिन यानी 31 जुलाई 2022 को मनाया जाएगा. वैसे तो हम सब जानते हैं कि सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है, इस माह में शिव भक्तों में भी खासा उत्साह देखा जाता है. ऐसे में श्रावण माह की अमावस्या का भी खास महत्व है. इस दिन पूर्वजों के निमित्त पिंडदान और दान-पुण्य के कार्य किए जाते हैं. 

हरियाली तीज के नियम
हरियाली तीज का व्रत बहुत कठिन होता है. महिलाएं इसमें निर्जला व्रत रहती हैं और पति के लिए सोलह श्रृंगार करके मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं.

क्यों है हरियाली तीज खास
ऐसी मान्यता है कि हरियाली तीज व्रत भगवान शिव और मां पार्वती के पुनर्मिलन के पर्व के रूप में मनाया जाता है. इस व्रत को लेकर देश के अलग-अलग स्थानों व राज्यों में अलग-अलग नियम हैं. इन व्रतों का पालन आवश्यक माना जाता है. 

भूलकर भी व्रत के दिन ना करें ये गलतियां 
- हरियाली तीज का व्रत निर्जला रखा जाता है. इसलिए व्रत के दौरान गलती से भी खाने-पीने से बचें. गर्भवती या बीमार महिलाओं के लिए इस तरह के नियम नहीं है.
- व्रत के दौरान रातभर व्रता नहीं सोती हैं बल्कि रातभर माता का भजन-कीर्तन करना चाहिए. 
- हरियाली तीज के दिन व्रत रख रही सुहागिनों को क्रोध करने से बचना चाहिए. 
- व्रत के दौरान काले और सफेद वस्त्र को ना पहने क्योंकि इसे शुभ नहीं मानते. 

शुभ मुहूर्त
पूजा का शुभ मुहूर्त- जुलाई 31, 2022 को सुबह 02 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा, जो 1 अगस्त, 2022 को सुबह 4 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगा.