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शराब पीकर पहली बार जेल जानेवालों को आम माफी दे सरकार: सुशील मोदी

सुशील मोदी ने मांग की है कि शराबबंदी के कारण पहली बार जेल जाने वालों को सरकार आम माफी दे.

Updated on: 21 Dec 2022, 08:43 PM

highlights

  • शराब कांड के बीच सुशील मोदी की मांग
  • पहली बार शराब पीनेवालों को आम माफी दे सरकार

Patna:

छपरा शराब कांड को लेकर कोहराम के बीच बीजेपी से राज्यसभा सांसद व बिहार के पूर्व सीएम सुशील मोदी ने सरकार से उन लोगों को माफी देने की मांग की है जो पहली बार शराब के सेवन करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं. सुशील मोदी ने मांग की है कि शराबबंदी के कारण पहली बार जेल जाने वालों को सरकार आम माफी दे. उन्होंने कहा है कि अब तक 4 लाख लोग गिरफ्तार किए गए हैं और जेलों में जगह नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि बंदियों में 90 फीसद दलित, आदिवासी, अतिपिछड़ा वर्ग के गरीब लोग शामिल हैं.

सुशील मोदी ने कहा कि कहा कि शराबबंदी के कारण जो पहली बार जेल गए, उन पर मुकदमे वापस लेकर सरकार को आम माफी का एलान करना चाहिए और ऐसे लोगों को सुधरने का एक मौका देना चाहिए. गांधी, जेपी और लोहिया ने भी शराब पीने वालों को सुधरने का मौका देने की बीत कही थी.  शराब पीने की आदत या इसकी आसानी से उपलब्धता के कारण जिन्हें  शराबबंदी कानून के तहत पहली बार जेल जाना पड़ा, वे गरीब लोग हैं और उन्होंने हत्या-बलात्कार जैसा कोई गंभीर अपराध नहीं किया है.

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सुशील मोदी ने आगे कहा कि बिहार में शराबबंदी के कारण 4 लाख से ज्यादा लोग जेल जा चुके हैं. 3.5 लाख प्राथमिकी दर्ज है और 40 हजार लोग अब भी बंदी हैं. इनमें 90 फीसद दलित, आदिवासी और अति पिछड़ा समाज के गरीब हैं. ये लोग इतने गरीब हैं कि अपना मुकदमा भी नहीं लड़ सकते. शराबबंदी के कारण इतनी बड़ी संख्या में लोग पकड़े गए कि जेलों में जगह नहीं है, फिर भी हर महीने 45 हजार गिरफ्तारियां हो रही हैं.

सुशील मोदी ने आगे कहा कि अदालतों पर शराब से जुड़े मामलों का बोझ बढ़ गया है. केवल जमानत के मामले निपटाये जा रहे हैं. आम माफी की घोषणा करने से लाखों गरीबों को बड़ी राहत मिलेगी, अदालतों पर मुकदमे का बोझ कम होगा और जेलों में जगह बनेगी.