दिनेश चन्द्र यादव, आपदा प्रबंधन मंत्री, बिहार
बिहार के वैशाली ज़िला में नाव डूबने से गंगा नदी में डूबकर 8 लोगों की हुई मौत मामले में बिहार आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चन्द्र यादव ने विवादास्पद बयान दिया है।
दिनेश चन्द्र यादव ने कहा, 'उन्हें गंगा स्नान के बाद वापस लौटना चाहिए था लेकिन वे ग़लत दिशा में चले गए थे। इसलिए सरकार इन घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार नहीं है।'
यादव ने कहा, 'एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल) एसडीआरएफ (राज्य आपदा अनुक्रिया बल) को सब जगह तैनात नहीं किया जा सकता। अगर सरकार को उनके कार्यक्रम के बारे में मालूम होता तो पहले से ही व्यवस्था की जाती।'
Can't post NDRF, SDRF everywhere. Had govt known of prog would've made arrangements: Bihar Disaster Mgmt Min on Hajipur&Samastipur incidents pic.twitter.com/jvsF16DZEb
— ANI (@ANI) November 5, 2017
गौरतलब है कि वैशाली जिला में नदी के बीच निकले रेत पर दो परिवार के लोग पिकनिक मनाने गए थे। नदी के बीच रेत के टापू पर नहाने के दौरान जमीन धंसी और ये डूब गए। जिला प्रशासन ने 8 लोगों की मौत की पुष्टि की है। मृतक के परिजन शव की शिनाख़्त कर अपने साथ ले गए हैं।
बताया जा रहा है कि हादसे के शिकार सभी लोग फतुहा के ही मिर्जापुर के नौहट्टा इलाके के रहने वाले हैं। हादसा फतुहा में मस्ताना घाट के सामने हुआ। हादसे वाला स्थान वैशाली जिले के राघोपुर दियारा इलाके में आता है।
अब तक जो बातें सामने आई हैं, उसके अनुसार ये सभी लोग गंगा की रेत पर पिकनिक मनाने गए थे। दरअसल, हर साल की तरह इस बार भी कार्तिक पूर्णिमा के खत्म होते ही रविवार को गंगा की रेत पर लोगों की काफी भीड़ जुटी थी।
बता दें कि रविवार को बिहार में दो अलग-अलग घटनाओं में नाव डूबने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। पहली घटना समस्तीपुर की है जहां दो दर्जन से अधिक सवार नाव डूब गई। इस घटना के अब तक तीन महिलाओं के शव बरामद किए जा चुके हैं। वहीं दूसरी घटना, वैशाली जिले की है जिसमें कम से कम 8 लोगों की मौत की खबर है।
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Source : News Nation Bureau