गोपालगंज पुलिस को मिली बड़ी सफलता, अपराध कर्मियों का प्रमुख निकला CRPF का जवान

गोपालगंज जिले के पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने 13 सितंबर को देर रात्रि नगर थाना के आजाद नगर वार्ड नंबर 22 में सगीर आलम के घर हुए हथियार के बल पर भीषण डकैती का सफल उद्घाटन किया है.

गोपालगंज जिले के पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने 13 सितंबर को देर रात्रि नगर थाना के आजाद नगर वार्ड नंबर 22 में सगीर आलम के घर हुए हथियार के बल पर भीषण डकैती का सफल उद्घाटन किया है.

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Vineeta Kumari
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गोपालगंज पुलिस को मिली बड़ी सफलता( Photo Credit : प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोपालगंज जिले के पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने 13 सितंबर को देर रात्रि नगर थाना के आजाद नगर वार्ड नंबर 22 में सगीर आलम के घर हुए हथियार के बल पर भीषण डकैती का सफल उद्घाटन किया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस पूरे घटना का मास्टरमाइंड एक सीआरपीएफ का जवान निकला है. गोपालगंज एसपी आनंद कुमार ने बताया कि उसके द्वारा बताया गया है कि वह तकरीबन 15 साल पहले सीआरपीएफ का जवान था, लेकिन किसी कारणवश उसको नौकरी से निकाल दिया गया. वहीं घटना की बात करें तो विगत 13 सितंबर को देर रात्रि नगर थाना के वार्ड नंबर 22 में सगीर आलम के घर अपराधियों ने हथियार के बल पर भीषण डकैती की, जिसमें काफी संख्या में सोने-चांदी के गहने, नगदी समेत तमाम चीज लेकर चले गए. सीआरपीएफ जवान भी उसी बिल्डिंग में सगीर आलम में रहते हैं, उनके ऊपर वाले फ्लैट में वह अपने परिवार के साथ किराए पर रहता है.

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घटना के बाद पुलिस ने एक टीम गठित कर दी थी, जो लगातार इस घटना का उद्भेदन करने के लिए प्रयास कर रही थी. इसी दौरान 5 अक्टूबर को पुलिस को सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के भितभेरवा स्थित पेट्रोल पंप के आगे नहर के पास दो मोटरसाइकिल पर सवार 5 लोग इकट्ठा होकर किसी अपराधी घटना की योजना बना रहे हैं. पुलिस ने तत्वरित कार्रवाई करते हुए 2 पल्सर सवार 5 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से पुलिस ने एक देसी पिस्तौल, एक देसी कट्टा, 2 जिंदा कारतूस, 2 पल्सर मोटरसाइकिल, लूटी गए सोने-चांदी के आभूषण और 5 मोबाइल फोन जब्त किया है.

वहीं लूटे गए 34 सोने के और 8 चांदी के आभूषण पुलिस ने बरामद किया है. गिरफ्तार अपराध कर्मियों में दीपांशु पांडे उर्फ सचिन, राहुल कुमार शर्मा, बुलेट कुमार, शिवलाल कुमार और मोहम्मद असलम शामिल है. यह सभी पश्चिमी चंपारण जिला के रहने वाले हैं. अपराधकर्मी असलम द्वारा बताया गया कि वह तकरीबन 8-10 साल पहले सीआरपीएफ का जवान था और उसकी पोस्टिंग भुवनेश्वर में थी, लेकिन छुट्टी पर आने के बाद उसने बिना रिर्पोट किए जाने में लेट हो गया, जिसके कारण उसे नौकरी से निकाल दिया गया.

असलम इतना शातिर है कि उसने आधार कार्ड में अपना पता चेंज करा दिया और सभी को अपना गलत पता हमेशा बताता है, लेकिन पुलिस ने जब गहन पूछताछ की तो पता चला कि असलम के पिता का नाम इस्लामुद्दीन है और वह बेतिया के मुफासिल थाना क्षेत्र के बरवद सेना गांव का रहने वाला है.

रिपोर्टर- शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव

Source : News Nation Bureau

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