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तीन सौ परिवारों पर मंडरा रहा खतरा ( Photo Credit : NewsState BiharJharkhand)
बिहार में लोग सबसे ज्यादा परेशान यहां की नदियों से रहते हैं. चाहे कोसी हो या फिर गंडक हर साल लोग अपना घर तो कभी अपना परिवार खो देते हैं. लेकिन फिर भी प्रशासन के तरफ से बस बातें की जाती है इसे लेकर कोई प्रावधान नहीं किया जाता है. ऐसे में कई गांव नदियों की कटाव से डूब जातें हैं. कुछ ऐसा ही बगहा में देखने को मिल रहा है. जहां गंडक नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. लोगों के ऊपर खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में गंडक नदी के कटाव को देखते हुए लोग नदी किनारे प्रदर्शन कर रहें हैं.
बगहा नगर के शास्त्रीनगर मोहल्ले के पास गंडक नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. यहां गंडक नदी के द्वारा लगातार कटाव जारी है. नेशनल हाईवे 727 से गंडक नदी की दूरी मात्र 2 सौ फीट तक रह गई है. वहीं, गंडक नदी के किनारे बसे लगभग तीन सौ परिवारों पर गंडक का खतरा मंडराने लगा है. इसे लेकर लोगों ने कई दफा अधिकारियों से इस संबंध में शिकायत की लेकिन अब तक कोई निदान नहीं निकल सका है. जिस कारण हार कर आज सुबह लोगों ने गंडक के कटाव को देखते हुए गंडक के किनारे प्रदर्शन किया.
वहीं, लोगों ने अधिकारियों और सरकार को आगाह करते हुए कहा कि अगर जल्द ही कटाव रोधी काम शुरू नहीं हुआ तो लोग सड़क पर उतर कर सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करेंगे. लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही काम शुरू नहीं हुआ तो कई लोगों के घर नदी की धारा में बह जाएगी. आपको जानकर हैरानी होगी कि मोहल्ले के रिहायशी इलाके से नदी की धारा बमुश्किल 100 फीट बची है. मोहल्ले के लोगो ने बताया कि धान व गन्ना की तैयार फसलों वाली उनकी खेती की जमीन का कटाव करने के बाद नदी अब मोहल्ले से सटी समतल जमीन को अपने अंदर समां रही है. गंडक नदी का कटाव जिस रफ्तार से हो रही है, उसे देखते हुए लोगों के घर - द्वार पर भी खतरा मंडराता जा रहा है.
रिपोर्ट - राकेश सोनी
Source : News State Bihar Jharkhand