logo-image

समस्तीपुर: 4 'मुन्ना भाई' गिरफ्तार,  सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली करने का था प्लान,  पढ़िए-कैसे चढ़े पुलिस के हत्थे?

गुप्त सूचना के आधार पर समस्तीपुर पुलिस ने एक टीम का गठन करते हुए छापेमारी शुरू की तो चार मुन्ना भाई गिरफ्तार हुए. कई फरार भी हो गए हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

Updated on: 30 Sep 2023, 08:17 PM

highlights

  • सिपाही भर्ती में होनेवाली थी धांधली
  • समस्तीपुर पुलिस ने 4 सेटर्स को पकड़ा
  • कई सेटर्स पुलिस को चकमा देकर हो गए फरार

Samastipur:

समस्तीपुर जिले में बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने की योजना बनाते चार मुन्ना भाई को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया है.  जिले में चल रहे सिपाही बहाली को लेकर सेटिंग करने वाले सक्रिय गिरोह का खुलासा किया गया है.  गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस ने 7 ब्लेंक चेक,  10 वॉकी टॉकी, 20 वॉकी टॉकी एंटीना,   10 वॉकी टॉकी चार्ज, 32 ब्लूटूथ,  4पैन ड्राइव सहित कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किया हैं. बताते चले की 1 अक्टूबर और 15 अक्टूबर को केंद्रीय चयन पार्षद सिपाही भर्ती परीक्षा होनी हैं.  वही इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए समस्तीपुर एसपी का बताना है कि नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का समस्तीपुर पुलिस ने उद्वेदन किया है 1 अक्टूबर और 15 अक्टूबर से शुरू होने वाले बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा का आयोजन होनी है इसी क्रम में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नौकरी दिलाने के नाम पर पैसों की युवाओं से ठगी की जा रही है. गुप्त सूचना के आधार पर समस्तीपुर पुलिस ने एक टीम का गठन करते हुए छापेमारी शुरू की तो चार मुन्ना भाई गिरफ्तार हुए. कई फरार भी हो गए हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

 

गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से परीक्षा में चोरी करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए गए हैं साथ ही कई छात्रों के एडमिट कार्ड भी बरामद किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान उजियारपुर थाना क्षेत्र के मालती के रहनेवाले संतोष कुमार, कर्पूरी ग्राम थाना क्षेत्र के मनीष कुमार,  दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के अंकित कुमार और रोसरा थाना क्षेत्र के गौतम कुमार के रूप में हुई है.  गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा पूछताछ के क्रम में बताया कि परीक्षार्थियों से दो से  ढाई लाख रुपए लिखित परीक्षा में जमा कराए गए हैं और अंतिम चयन  बाद 5 से 7 लख रुपए छात्रों से लेने की बात हुई थी.  गारंटी के तौर पर अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र लिया गया है, जब पैसा पूरा जमा हो जाता तब उसे लौटा दिया जाता.   

ये भी पढे़ं-बिहार में 5 और IAS अधिकारियों का तबादला, जानिए-कौन, कहां पहुंचा

समस्तीपुर जिले की पुलिस द्वारा ट्विटर पर मामले के उद्भेदन को लेकर ट्वीट कर भी विस्तृत जानकारी दी गई और युवाओं से ठगों के झांसे में ना आने की भी अपील की गई है. समस्तीपुर जिले की पुलिस ने ट्वीट किया, 'समस्तीपुर पुलिस की त्वरित कार्रवाई :- केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), पटना के द्वारा दिनांक 01.10.23, 07.10.23 एवं 15.10.23 को आयोजित होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को किया गया गिरफ्तार. सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा/ सेटिंग करने की योजना को विफल करते हुए आरोपियों के पास से 10 वॉकी टॉकी, 20 वॉकी टॉकी का एंटीना, 10 वॉकी टॉकी चार्जर, 32 मक्खी ब्लूटूथ इयरफोन सहित कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस किया गया जप्त. गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी जारी. समस्तीपुर जिला के सभी परीक्षा केंद्र पर विशेष तौर पर होगी सघन जांच !परीक्षा संचालन के दौरान पकड़े जाने पर होगी कड़ी कानूनी कार्रवाई छात्रों को स्पष्ट रूप से आगाह किया जाता है की धांधली करने की झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के चक्कर में ना पड़े नहीं तो आप भी कानूनी कार्रवाई की जद में होंगे . जिससे आपका भविष्य खराब हो सकता है.'

रिपोर्ट: मन्टुन रॉय