बिहार में रेमेडिसविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले 4 गिरफ्तार
छापे के दौरान आलम नामक एक अन्य आरोपी भागने में सफल रहा. रेमेड्सविर इंजेक्शन के अधिकृत डीलर के मालिक, मुकुल ट्रेडर्स, पल्सू ठाकुर पर शक होने के बाद अवैध रूप से सांठगांठ का खुलासा हुआ. जो पल्स अस्पताल से मेडिकल पर्चे लेकर वहां गया था.
highlights
- आरोपियों की पहचान पल्स अस्पताल के मैनेजर राहुल राज और पिंटू ठाकुर के रूप में हुई
- स्थानीय पुलिस ने सूचना पर तेजी से कार्रवाई की और ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया
भागलपुर:
भागलपुर पुलिस ने एक निजी अस्पताल के एक प्रबंधक सहित दो लोगों को एक मृत मरीज के नाम पर रेमेडिसविर इंजेक्शन खरीदने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. भागलपुर के एएसपी पूरन झा ने मामले की जानकारी दी. आरोपियों की पहचान पल्स अस्पताल के मैनेजर राहुल राज और पिंटू ठाकुर के रूप में हुई. छापे के दौरान आलम नामक एक अन्य आरोपी भागने में सफल रहा. रेमेड्सविर इंजेक्शन के अधिकृत डीलर के मालिक, मुकुल ट्रेडर्स, पल्सू ठाकुर पर शक होने के बाद अवैध रूप से सांठगांठ का खुलासा हुआ, जो पल्स अस्पताल से मेडिकल पर्चे लेकर वहां गया था. झा ने कहा, "जांच के दौरान, यह सामने आया कि पल्स अस्पताल ने बिहार में स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर रेमेडिसविर इंजेक्शन लगाने के लिए एक कोरोना पॉजिटिव मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया. उस मरीज की गुरुवार दोपहर करीब 3.30 बजे कोरोना के कारण मौत हो गई. इसके बावजूद भी मैनेजर राहुल राज ने पिंटू ठाकुर को एक मृत मरीज के मेडिकल पर्चे पर रेमेडिसविर इंजेक्शन खरीदने के लिए भेजा"
झा ने कहा, "मुकुल व्यापारियों के मालिक ने पिंटू ठाकुर के व्यवहार को संदिग्ध पाया. उन्होंने कोतवाली पुलिस स्टेशन और औषधि नियंत्रण विभाग को घटना के बारे में सूचित किया. स्थानीय पुलिस ने सूचना पर तेजी से कार्रवाई की और ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान पिंटू ठाकुर ने राहुल राज और आलम के नाम का खुलासा किया. पुलिस टीम ने अस्पताल में छापा मारा और राहुल राज को गिरफ्तार कर लिया, जबकि आलम मौके से भागने में कामयाब रहा ."
झा ने कहा, "एक मृत मरीज के नाम पर रेमेडिसविर इंजेक्शन खरीदना गैरकानूनी है. यह इंजेक्शन खरीदने और अधिक कीमत पर बेचने की एक सांठगांठ थी." एक अन्य घटना में, शुक्रवार को पटना पुलिस ने एक डॉक्टर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोपियों की पहचान डॉ असफाक अहमद और उनके बहनोई मोहम्मद अल्ताफ के रूप में हुई.पटना (मध्य) के डीएसपी भास्कर रंजन ने गांधी मैदान थाने के अंतर्गत एसपी वर्मा रोड स्थित इंद्रधनुष अस्पताल में छापा मारा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उनके कब्जे से दो रेमेडिसविर इंजेक्शन बरामद किए. रंजन ने कहा, "पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि वे 3400 रुपये में खरीदने के बाद खरीदारों को 50000 रुपये में रेमेड्सविर इंजेक्शन बेच रहे थे." असफाक इंद्रधनुष अस्पताल के निदेशक हैं.
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