Bihar News: कैमूर के इस कॉलेज में हो रहा फर्जीवाड़ा, छात्रों ने न्याय की लगाई गुहार

कैमूर जिले के मोहनिया शहर में स्थित जय पारा मेडिकल कॉलेज में फर्जीवाड़े को लेकर कई छात्र- छात्राओं ने मिलकर मोहनिया थाना पहुंचकर आरोपी संचालक के खिलाफ प्राथमिकी का आवेदन दिया है.

कैमूर जिले के मोहनिया शहर में स्थित जय पारा मेडिकल कॉलेज में फर्जीवाड़े को लेकर कई छात्र- छात्राओं ने मिलकर मोहनिया थाना पहुंचकर आरोपी संचालक के खिलाफ प्राथमिकी का आवेदन दिया है.

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Rashmi Rani
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जय पारा मेडिकल कॉलेज( Photo Credit : फाइल फोटो )

कैमूर जिले के मोहनिया शहर में स्थित जय पारा मेडिकल कॉलेज में फर्जीवाड़े को लेकर कई छात्र- छात्राओं ने मिलकर मोहनिया थाना पहुंचकर आरोपी संचालक के खिलाफ प्राथमिकी का आवेदन दिया है. जिसमें बताया गया है कि मोहनिया शहर में एलआईसी कार्यालय के ऊपर जय पारा मेडिकल कॉलेज खोल कर रखा गया है. जिसमें 60 छात्र छात्राओं से जीएनएम में नामांकन कराने को लेकर 80 हजार रुपए लिए गए हैं. बदले में हमारे साथ धोखा हुआ है. कॉलेज के तरफ से फर्जीवाड़ा किया गया है. 

परीक्षा के तौर तरीके से हुआ संदेह 

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छात्रों ने बताया कि नामांकन के वक्त उनके द्वारा बताया गया था कि एलोपैथिक में जीएनएम का कोर्स करा रहे हैं, लेकिन उनके द्वारा जीएनएम की जो परीक्षा ली गई तो परीक्षा लेने के तौर तरीके को देखकर हम लोगों को संदेह हुआ. इसके बाद हम लोगों ने इसके बारे में जब पता करना शुरू किया तो कहीं भी यह संस्था रजिस्टर्ड नहीं मिला. वहीं, संचालक का कहना है कि मेरी संस्था रजिस्टर्ड है. एडमिशन से पहले ही बच्चों को बताया गया था और कार्यालय के बाहर बोर्ड पर भी साफ शब्दों में लिखा गया है. एलोपैथ से कौन सी डिग्री होगी और आयुर्वेद से कौन सी डिग्रियां पढ़ाई के बाद मिलेगी. 

नामांकन के नाम पर लिए गए 80 हजार रुपए 

सासाराम की एक छात्रा ने बताया कि जीएनएम में एडमिशन कराया था, लेकिन हम लोगों के साथ वहां धांधली हो गई. यहां एलोपैथिक से डिग्री मिलने की बात बताई गई थी. 80 हजार रुपए नामांकन के लिए लिया भी गया था, लेकिन जांच करने पर पता चला संस्था फर्जी हैं. एलोपैथ में डिग्री देने की बात कह कर आयुर्वेद में डिग्री दे दी गई.

डायरेक्टर ने कहा आरोप है बेबुनियाद

वहीं, जय पारा मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मेरी संस्था पूरी तरह से रजिस्टर्ड है. संस्था के आगे भी बड़ा बैनर लगा है जिसमें स्पष्ट लिखा है. किस चीज की डिग्री एलोपैथ में दी जाएगी और किस चीज की डिग्री आयुर्वेद में दी जाएगी. मैं लोगों को आश्वस्थ करना चाहता हूं कि आप लोग भ्रम में नहीं आए. अगर थाने में छात्रों ने आवेदन दिया है तो पुलिस जांच करती है तो जांच में हम पूरा सहयोग करेंगे, लेकिन जितने भी आरोप लगाए जा रहे हैं सब बेबुनियाद है. मेरा संस्था पूरी तरह से रजिस्टर्ड और सरकार के मानक के अनुसार है.

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थाना अध्यक्ष ने कार्रवाई का दिया आश्वासन

मोहनिया थाना अध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि छात्र छात्राओं द्वारा दिया गया आवेदन ले लिया गया है. पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. जांच में जो भी रिपोर्ट आएगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रिपोर्ट - रंजन त्रिगुण 

HIGHLIGHTS

  • परीक्षा के तौर तरीके से हुआ संदेह 
  • नामांकन के नाम पर लिए गए 80 हजार रुपए 
  • डायरेक्टर ने कहा आरोप है बेबुनियाद
  • थाना अध्यक्ष ने कार्रवाई का दिया आश्वासन

Source : News State Bihar Jharkhand

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