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पीएम मोदी ने राज्यसभा उपसभापति हरिवंश के लिए कही ये बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में कृषि विधेयकों के पेश करने के बाद विपक्षी सदस्यों द्वारा उपसभापति हरिवंश के साथ किए गए व्यवहार की निंदा की. इसके साथ ही उन्होंने उपसभापति के काम और व्यवहार की भी काफी प्रशंसा की.

Updated on: 22 Sep 2020, 10:43 AM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में कृषि विधेयकों के पेश करने के बाद विपक्षी सदस्यों द्वारा उपसभापति हरिवंश के साथ किए गए व्यवहार की निंदा की. इसके साथ ही उन्होंने उपसभापति के काम और व्यवहार की भी काफी प्रशंसा की. पीएम ने कहा, 'बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी. आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने श्री हरिवंश जी ने जो किया, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है.'

उन्होंने आगे कहा, 'यह हरिवंश जी की उदारता और महानता को दर्शाता है। लोकतंत्र के लिए इससे खूबसूरत संदेश और क्या हो सकता है. मैं उन्हें इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं.'

पीएम मोदी ने उपसभापति के व्यवहार की प्रशंसा करते हुए कहा, 'हर किसी ने देखा कि दो दिन पहले लोकतंत्र के मंदिर में उनको किस प्रकार अपमानित किया गया, उन पर हमला किया गया और फिर वही लोग उनके खिलाफ धरने पर भी बैठ गए. लेकिन आपको आनंद होगा कि आज हरिवंश जी ने उन्हीं लोगों को सवेरे-सवेरे अपने घर से चाय ले जाकर पिलाई.'

गौरतलब है कि राज्यसभा से निलंबित सांसदों का कल से ही संसद परिसर में धरना-प्रदर्शन जारी है. इसी बीच मंगलवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश मंगलवार को उनसे मिलने के लिए पहुंचे और उन्हें चाय दी.

हरिवंश के इस व्यवहार की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्वीट कर की है। साथ ही कहा है कि बिहार की धरती हमेशा से पूरे विश्व को लोकतंत्र का पाठ सिखाती रही है. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, 'बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी. आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने हरिवंश जी ने जो किया, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है.'

इससे पहले राज्य सभा के उप सभापति पद पर हरिवंश नारायण सिंह के दोबारा चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके पिछले कार्यकाल की सराहना की थी. पीएम ने उन्हें लोकतंत्र का सच्चा साधक बताया. इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की धरती बिहार से, जेपी और कपूरी ठाकुर की धरती से, बापू के चंपारण की धरती से, जब कोई लोकतंत्र का साधक आगे आकर जिम्मेदारियों को संभालता है, तो ऐसा ही होता है, जैसे हरिवंश जी ने करके दिखाया है. हरिवंश, जयप्रकाश जी के ही गांव सिताबदियारा से आते हैं.

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वहीं दूसरी तरह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी राज्यसभा में कृषि विधेयकों के पेश करने के बाद विपक्षी सदस्यों द्वारा उपसभापति हरिवंश के साथ किए गए व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि राज्यसभा में रविवार को जो भी करने की कोशिश की गई, वह बुरा हुआ. उन्होंने कहा कि संसद में पास कृषि विधेयकों से किसानों को बहुत लाभ होगा.

राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सोमवार को राज्यसभा में हुए हंगामे की निंदा करते हुए कहा कि यह राज्यसभा के लिए सबसे खराब दिन था. उपसभापति हरिवंश को धमकी दी गई. उन्होंने कहा, 'इससे मुझे बहुत दुख पहुंचा है, क्योंकि सदन में कल जो हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण, अस्वीकार्य और निंदनीय है.' उपसभापति के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को सभापति वेंकैया नायडू ने खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह उचित प्रारूप में नहीं है.