बिहार में बाढ़ से अब तक 119 मौतें, 93 लाख लोग प्रभावित

बिहार के 15 जिलों में बाढ़ की हालत भयावह होती जा रही है। बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 119 तक पहुंच गई है।

बिहार के 15 जिलों में बाढ़ की हालत भयावह होती जा रही है। बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 119 तक पहुंच गई है।

author-image
Jeevan Prakash
एडिट
New Update
बिहार में बाढ़ से अब तक 119 मौतें, 93 लाख लोग प्रभावित

बिहार में बाढ़ से भीषण तबाही (फोटो-PTI)

बिहार के 15 जिलों में बाढ़ की हालत भयावह होती जा रही है। बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 119 तक पहुंच गई है।

Advertisment

आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, बुधवार तक बिहार के पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, कटिहार, मधेपुरा, सुपौल, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर और मुजफ्फरपुर, गोपालगंज जिले के 73 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित थी। अब बाढ़ का पानी सहरसा जिले में भी फैल गया है।

विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने गुरुवार को यहां बताया कि राज्य के 15 जिलों के 93 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।

राज्य में अब तक बाढ़ से मरने वालों की संख्या 119 तक पहुंच गई है। सबसे ज्यादा 23 लोग अररिया में मरे, जबकि पूर्वी चंपारण में 11, पश्चिम चंपारण में 11, किशनगंज में 11, सुपौल में 11, सीतामढ़ी में 12, मधुबनी में 7, कटिहार में सात, मधेपुरा में 5, पूर्णिया में 5, दरभंगा में 4, सहरसा में 4, गोपालगंज में 3 और खगड़िया में 3 और सिहौर में 2 लोगों की मौत हो गई है।

और पढ़ें: अररिया में बाढ़ का भयानक मंजर, पुल सहित महिला और उसके बच्चे बहे

अमृत ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से पानी से घिरे 3.59 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इन क्षेत्रों में 504 राहत शिविर खोले गए हैं, जिनमें करीब 2.13 लाख लोग शरण लिए हुए हैं। उन्होंने बताया कि 1,112 सामुदायिक रसोई खोले गए हैं, जिसमें तीन लाख से ज्यादा लोगों को खाना खिलाया जा रहा है।

इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित गोपालगंज, बगहा, बेतिया, रक्सौल तथा पूर्वी चंपारण का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने बेतिया हवाई अड्डा स्थित हेलीपैड पर पश्चिम चंपारण जिले में आई बाढ़ प्रभावित इलाके में चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यो की स्थिति की समीक्षा की।

आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रभावित जिलों में लगातार सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ ) की टीमें लगी हुई हैं। इन 15 जिलों में एनडीआरएफ की 27 टीमों के 1110 जवान अपनी 114 नौकाओं और एसडीआरएफ की 16 टीमों के 446 जवान 92 नौकाओं तथा सेना के 630 जवान 70 नौकाओं के साथ राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ चिकित्सकों का चलंत दस्ता भी प्रभावित इलाकों में लगा हुआ है।

राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रधन सचिव आऱ क़े महाजन ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की कमी को देखते हुए निजी चिकित्सकों को को भी काम पर लगाया जाएगा। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव एंबुलेंस की सेवा उपलब्ध कराई जा रही है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्टेशनों और रेलवे पटरियों तथा सड़कों पर बाढ़ का पानी फैल जाने के कारण कई क्षेत्रों में आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। कई क्षेत्रों को संपर्क जिला मुख्यालयों से पूरी तरह से कई गया है।

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि इन इलाकों से गुजरने वाली 39 ट्रेनों को 20 अगस्त तक रद्द कर दिया गया है। कई ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है या उनके गंतव्य स्थान को कम किया गया है।

और पढ़ें: भागलपुर सृजन घोटाला मामले में सीएम नीतीश कुमार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की

HIGHLIGHTS

  • बिहार में बाढ़ से 119 लोगों की मौत, 93 लाख लोग प्रभावित
  • बिहार का 15 जिला है बाढ़ से प्रभावित, अररिया में सबसे अधिक नुकसान
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने किया हवाई सर्वेक्षण

Source : News Nation Bureau

Bihar flood Katihar Madhubani Araria Purnea
      
Advertisment