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बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से पहली मौत, एक बच्ची इलाजरत

बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर जिला स्थित श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में भर्ती एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से पीड़ित दो बच्चों में से एक की रविवार को मृत्यु हो गयी . इस बीमारी ने पिछले साल प्रदेश में करीब 200 बच्चों की जान ले ली थी.

Updated on: 30 Mar 2020, 05:00 AM

मुजफ्फरपुर:

बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर जिला स्थित श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में भर्ती एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से पीड़ित दो बच्चों में से एक की रविवार को मृत्यु हो गयी . इस बीमारी ने पिछले साल प्रदेश में करीब 200 बच्चों की जान ले ली थी. एसकेएमसीएच के शिशु विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने रविवार को बताया कि पीआइसीयू वार्ड संख्या दो में भर्ती एईएस से पीडि़त तीन वर्षीय आदित्य कुमार की मौत हो गई है.

आदित्य की स्थिति गंभीर होने पर उसे शुक्रवार की देर रात से वेंटिलेटर पर रखा गया था. उन्होंने बताया कि पूर्वी चंपारण जिले के चिरैया निवासी रूपन सहनी की एईएस से पीडि़त पांच वर्षीय पुत्री सपना कुमारी की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है. इस साल बिहार में एईएस से यह पहली मौत है. पिछले साल प्रदेश में करीब 200 बच्चों की इस रोग ने जान ले ली थी. एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही ने बताया कि एईएस को लेकर सभी को अलर्ट कर दिया गया है.

उल्लेखनीय है कि एईएस से पिछले वर्ष एसकेएमसीएच में 111 बच्चों की मौत हो गयी थी . बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना में कोरोना सक्रंमण, एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम, बर्ड फ्लू एवं स्वाईन फ्लू को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा के क्रम में निर्देश देते हुये कहा था कि एईएस के संदर्भ में अभी से ही पूरी तैयारी रखी जाय.

लोगों को एईएस के संबंध में अभियान चलाकर जागरूक करें. एईएस से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में सभी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करें एवं वहां सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें. उन्होंने कहा था कि एसकेएमसीएच में बन रहे 100 बिस्तर वाले बच्चों के आईसीयू को जल्द से जल्द तैयार करायें ताकि समय पर गहन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. भाषा स0 अनवर प्रशांत उमा उमा