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सांसद के प्रतिनिधि पर फायरिंग, राज्य में नहीं थम रहा अपराधियों का तांडव

बिहार में अपराधियों का तांडव रुकने का नाम ही नहीं ले रहा. प्रशासन के तमाम कोशिशों के बाद भी अपराधी बेलगाम हो चुके हैं.

Updated on: 06 Dec 2023, 01:52 PM

highlights

  • बिहार में अपराधियों का तांडव
  • सांसद के प्रतिनिधि पर जानलेवा हमला
  • मनोज कुशवाहा की हालत गंभीर

West champaran:

बिहार में अपराधियों का तांडव रुकने का नाम ही नहीं ले रहा. प्रशासन के तमाम कोशिशों के बाद भी अपराधी बेलगाम हो चुके हैं. राज्य में बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस प्रशासन की कार्य व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं. राज्य के बेतिया से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां अपराधियों ने वाल्मीकिनगर से जदयू सांसद सुनील कुमार के प्रतिनिधि पर जानलेवा हमला किया गया. घटना के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, गोली लगने के बाद सांसद के प्रतिनिधि मनोज कुशवाहा गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. ग्रामीणों की मदद से आनन फानन में मनोज कुशवाहा को जीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट चुकी है.

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वीडियो को लेकर हुआ था विवाद

बता दें कि इस घटना में पुलिस ने 5 लोगों को आरोपी बनाया है. वहीं, अंकित, रॉकी और अमन की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है. घटना के पीछे की वजह बताई जा रही है कि कुछ दिन पहले अंकित अपनी गर्लफ्रेंड के साथ घूम रहा था. इस दौरान मनोज ने उसका वीडियो बना लिया था और लड़की के भाई को भेज दिया था. जिसके बाद अंकित और लड़की के भाई के बीच मारपीट भी हुई थी. पुलिस की मानें तो अंकित की पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया था. वहीं, मनोज और अंकित के बीच इस बात को लेकर विवाद हो गया और रॉकी दोनों के बीच विवाद को सुलझाने के लिए आया था. जिसके बाद दोनों मनोज के घर ऊपर उसके ऑफिस पहुंचे और इस बीच गोली की आवाज सुनाई दी.

3 आरोपी गिरफ्तार

गोली की आवाज सुन जब लोग वहां पहुंचे तो तीनों भागने लगे, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस को आशंका है कि इसी वजह से मनोज की हत्या की गई है. जिस तरह से बिहार में अपराधियों का प्रशासन के प्रति डर खत्म होता जा रहा है कि वह पुलिस तक की हत्या करने से पहले एक बार नहीं सोच रहे तो उस राज्य में आम इंसान खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा, यह सोचने वाली बात है.

बिहार में अपराधियों का तांडव

यह पहली बार नहीं है जब अपराधियों के हौसले बुलंद हो. इससे पहले भी जमुई में हुए दारोगा हत्याकांड से इसे समझा जा सकता है. दरअसल, जब चेकिंग करने पुलिसकर्मी पहुंचा तो बालू माफिया ने सड़क पर ही दारोगा के ऊपर ट्रैक्टर चलाकर उसे कुचल दिया. घटना में दारोगा की मौत हो गई. वहीं, एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल भी हो गया.