राजधानी से सटे बिहटा थानाक्षेत्र के कंचनपुर गांव में बिजली के विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें एक पक्ष के सुरेंद्र पासवान की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया और पुलिस पर मामले में लापरवाही का आरोप लगाया. बिहटा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हत्या में आरोपी गांव के सरपंच सहित तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. दअरसल कंचनपुर गांव में बिजली के ट्रांसफॉर्मर से लाइट जलाने को लेकर महादलित टोले पर गांव के कुछ दबंग लोगों ने पहले तो इन लोगों की लाइन काट दी. उसके बाद जब महादलित लोगों ने इसका विरोध किया तो दोनों पक्षों में लाठी डंडे से मारपीट शुरू हो गई. जहां मारपीट में सुरेंद्र पासवान की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि तीन अन्य लोगों घायल हो गए.
गांव के लोगों का कहना है कि दबंगों ने महादलित टोले पर गोलियां भी चलाई, जिसमें दलित परिवार डर से घर छोड़ कर भाग गए हैं. परिजनों का कहना है कि घटना के दो दिन पहले ही महादलित टोले के लोगों ने पुलिस को अनहोनी की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. वहीं, बिहटा थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि बिजली जलाने के विवाद में दो पक्ष आपस में भीड़ गए, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है. मौके से पुलिस ने गांव के सरपंच सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. थानाध्यक्ष ने गोलीबारी की घटना से इंकार नहीं किया है.
रिपोर्ट : पंकज राज
Source : News Nation Bureau