logo-image

सुपौल में खाद के लिए अन्नदाता परेशान, कतार में मारामारी

सुपौल जिले में उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं होने और समय से खाद नहीं मिलने के कारण अन्नदाता काफी परेशान दिख रहे हैं.

Updated on: 16 Aug 2022, 02:22 PM

Supaul:

सुपौल जिले में उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं होने और समय से खाद नहीं मिलने के कारण अन्नदाता काफी परेशान दिख रहे हैं. सुबह 4 बजे से ही खाद की दुकान पर किसानों की भारी भीड़ जुटने लगती है, जहां लाइन में घंटों खड़े रहकर बड़ी फजीहत के बाद किसानों को यूरिया खाद मिल पा रहा है. किसानों की परेशानी जानने के लिए जब निर्मली शहर के थाना रोड स्थित जैन खाद भंडार का जायजा लिया गया तो वहां लंबी दूरी में कतारवद्ध भीड़ में महिला और पुरुष एक साथ कतार में धक्कामुक्की करते दिखें. किसानों का कहना था कि खाद के लिए काफी दूर स्थित अपने गांव से शहर आकर सुबह 2-4 बजे से ही लाइन में लगना पड़ता है.

घंटों बाद लाइन में खड़ा रहने के बाद भी समय से खाद नहीं मिल रहा है. वहीं, निर्मली अनुमंडल के सरकारी खाद विक्रेता तरुण जैन का कहना है कि सुबह 2 बजे से ही लोग लाइन में खड़े होने लगते हैं, इस कारण काफी भीड़ जुट रही है और लोग भीड़ में अपनी बारी पहले आने को लेकर आपस में ही धक्कामुक्की किया करते हैं. इसे लेकर प्रशासन से खाद वितरण स्थल पर पुलिस बलों की तैनाती की मांग की गई है, बीच बीच में पुलिस प्रशासन यहां आते भी हैं.

इधर, निर्मली और मरौना प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि खाद की कोई किल्लत नहीं है, किसानों को कई बार बताया गया है कि सुबह 2 बजे से नहीं आना है, खाद वितरण का समय सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित है. दो प्रखंड क्रमशः निर्मली और मरौना प्रखंड के लिए मात्र एक ही इफको कंपनी की दुकान है, इसलिए दोनों प्रखंड के कुल 20 पंचायत के लोग एक ही दुकान पर खाद के लिए पहुंच रहे हैं, इसलिए भी यहां काफी भीड़ जुट रही है, भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से कृषि विभाग के कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है, कर्मियों के द्वारा भीड़ को बराबर नियंत्रित किया जा रहा है, लेकिन बीच बीच में किसान पहले ही अपनी बारी आने के चक्कर में आपस में उलझ जाते हैं.

रिपोर्ट: बिष्णु गुप्ता