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गिरफ्तार आरोपी ( Photo Credit : NewsState BiharJharkhand)
सीतामढ़ी जिले से एक चौका देने वाला मामला सामने आया है. जिसे सुनने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे कि ऐसा कैसे हो गया. पुलिस पर लोग सबसे ज्यादा विश्वास करते हैं. लेकिन इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया. सभी वर्दीधारी पुलिस नहीं होते. पुलिस भी फर्जी हो सकते हैं. पुलिस की वर्दी पहन कर कुछ लोग जाली नोट का कारोबार कर रहें थे. जिन्हे गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
जिला में काफी दिनों से कुछ लोग पुलिस की वर्दी में जाली नोट का कारोबार कर रहें थे. पुलिस को इसकी तनिक भी भनक नहीं लग सकी थी कि ये वर्दीधारी लोग असली पुलिस वाले नही, बल्कि जाली नोट के कारोबारी हैं. एसपी हर किशोर राय को गुप्त सूचना मिली थी कि रीगा एवं बैरगनिया थाना क्षेत्र के कुछ लोग जाली नोट का कारोबार करते हैं. सूचना पर उन्होंने तुरंत सदर डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया.
टीम ने सबसे पहले रीगा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव के राजेंद्र महतो के घर पर छापेमारी की. वहां से दो मोबाईल, दो लाख नेपाली जाली नोट, जाली नोट बनाने का कागज एवं पुलिस की वर्दी को जब्त किया गया. पुलिस ने राजेंद्र के साथ उसके पुत्र मुन्ना कुमार को गिरफ्तार किया है. राजेंद्र ने पुलिस को बताया कि असली कारोबारी बैरगनिया के बेगाही के बबलू झा है. उसी के इशारे पर पुलिस की वर्दी पहन कर जाली नोट का कारोबार वो लोग करते थे. जिसके बाद पुलिस ने बबलू झा को भी उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. उसके यहां से चार मोबाईल एवं दो लाख जाली नेपाली नोट बरामद हुआ.
इनपुट - आनंद बिहारी सिंह
Source : News Nation Bureau