logo-image

पटना में 156 मरीजों को दिया एक्सपायरी ब्लड, हो रहा खून का काला करोबार

अगर आप ब्लड बैंक से खून लेने जा रहे हैं तो ये खबर जरूर पड़ें. अब ब्लड बैंकों से मिलने वाला खून जान बचाने की जगह जान भी ले सकता है.

Updated on: 25 Jul 2022, 07:30 PM

Patna:

अगर आप ब्लड बैंक से खून लेने जा रहे हैं तो ये खबर जरूर पड़ें. अब ब्लड बैंकों से मिलने वाला खून जान बचाने की जगह जान भी ले सकता है. पटना में निवेदा समेत अन्य अस्पतालों में खून के काले कारोबार से लाखों का खेल हो रहा है. हाल ही में पुलिस और औषधि विभाग द्वारा मामले में कार्रवाई आने के बाद से इस खून के काले कारोबार की पोल खुलने लगी है और धीरे-धीरे कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. नशेड़ियों को 500 रुपये देकर एक यूनिट के बदले दो यूनिट ब्लड निकालते थे आरोपी और प्राइवेट अस्पताल या जरूरमंतद लोगों को एक यूनिट 5-7 हजार रुपये में बेचते थे.  दोनों आरोपियों ने एक महीने में करीब 156 मरीजों को एक्सपायरड खून भी चढ़वा दिया.

ट्रेन और बस से करते थे खून का लाना- ले-जाना, कोल्ड चेन का भी ख्याल नहीं रखा जाता था, जांच में ये भी खुलासा हुआ है की दोनों आरोपी ग्रामीण इलाकों में खून निकालने के लिए नशेड़ियों के पास जाते थे.

बस और ट्रेन से लाया जाता था ब्लड बैंक में खून
पुलिस को चकमा देने के लिए बस और ट्रेन से ब्लड बैंक लाया जाता था खून. इस प्रक्रिया में कोल्ड चेन के नियमों का भी होता था उल्लंघन. यह पता लगाया जा रहा है कि इस इस खून के धंधे में कौन शामिल था. सभी ब्लड बैगस पर लगा थआ निवेदा अस्पताल का और बैग्स पर ना तो डोनर और ना ही कलेक्शन करने वाले का नाम लिखा था. 

साथ ही बैग्स पर कोई एक्सपायरी डेट भी नहीं छपी थी. जांच टीम के अधिकारियों ने बताया की दोनों आरोपियों के पास से निवेदा अस्पताल के नाम से 200 ब्लड बैग्स बरामद हुए हैं.  ब्लड को 2 से 6 डिग्री तापमान के बीच रखना होता है और हमेशा तापमान की भी मॉनीटरिंग करनी होती है. इतना ही नहीं, ब्लड को घरेलू फ्रिज में भी नहीं रखा जा सकता है. इसके लिए खास प्रकार का डीप फ्रिजर आता है, बैग पर भी न तो कलेक्शन डेट लिखी होती है और न ही एक्सपायरी डेट छपी होती है.

नकली खून की आशंका को लेकर भी जांच जारी 
जांच में जुटे अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्लड को सिविल सर्जन ऑफिस में सुरक्षित रखा गया है. ब्लड के साथ-साथ उस फ्रिज को भी जब्त किया गया है. 
अब रैंडम ब्लड चुनकर उसकी जांच करवाई जाएगी. खून में कोई मिलावट या कोई संक्रमण तो नहीं इसकी भी जांच की जाएगी. पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के संजय गांधी रोड नंबर-1 के मकान से पुलिस ने अजय कुमार और संतोष कुमार को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपियों के अड्डे से 44 यूनिट ब्लड भी जब्त किया है.