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पूर्व पार्षद हत्या के मामले में खुलासा, जेल में ही अपराधियों ने रची थी पूरी साजिश

पुलिस ने बताया कि जेल में ही पूरी साजिश रची गई थी. इसके लिए जेल में बंद अपराधियों ने छह लाख की सुपारी दी थी. इसमें तीन लाख रुपए लेकर शूटर ने पूर्व चेयरमैन को गोलियां दाग दी थी. शूटर की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद इसका खुलासा हुआ है.

Updated on: 20 Dec 2022, 07:42 AM

highlights

  • पूर्व पार्षद हत्या मामले में बड़ा खुलासा 
  • जेल में ही रची गई थी पूरी साजिश
  • जेल में बंद अपराधियों ने दी थी छह लाख की सुपारी 

Arrah:

पूर्व मुख्य पार्षद वशिष्ठ प्रसाद उर्फ मंटू सोनार के हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. साथ ही अपराधी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि जेल में ही पूरी साजिश रची गई थी. इसके लिए जेल में बंद अपराधियों ने छह लाख की सुपारी दी थी. इसमें तीन लाख रुपए लेकर शूटर ने पूर्व चेयरमैन को गोलियां दाग दी थी. शूटर की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद इसका खुलासा हुआ है. गिरफ्तार शूटर गड़हनी थाना क्षेत्र के एकौना गांव निवासी  मनीष कुमार उर्फ तिवारी यादव है. उसके पास से हत्या में इस्तेमाल पिस्टल, गोली, मोबाइल और करीब दो किलो गांजा भी बरामद किया गया है. वहीं, उसकी निशानदेही पर हत्या के समय उसकी बाइक चलाने वाले की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी की जा रही है.

पंचायत चुनाव के विवाद में गई थी हत्या 

28 नवंबर को भोजपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर बाजार के पास निवर्तमान मुख्य पार्षद जुगनू देवी के पति सह वार्ड पार्षद मंटू सोनार की हत्या कर दी थी. इस मामले का CCTV फुटेज भी सामने आया था. मंटू की हत्या पुरानी रंजिश में की गयी थी. नगर पंचायत चुनाव का विवाद भी उनकी हत्या का कारण बना है. उसके लिए जेल से साजिश रची गयी थी और सुपारी दी गयी थी. एसपी ने बताया कि पूर्व चेयरमैन की पहले से कुछ लोगों से विवाद था. चुनाव संबंधी विवाद भी सामने आ रहें हैं. जिसमें से कुछ आरोपित जेल में बंद हैं. उनमें चार आरोपियों की इस हत्याकांड में भूमिका सामने आयी है. उन लोगों के इशारे पर घटना को अंजाम दिया गया था. उसे लेकर जेल में छापेमारी की गयी थी और चारों से पूछताछ भी की गयी थी. बता दें कि, पूर्व के विवाद में सितंबर महीने में भी पूर्व चेयरमैन को गोली मारी गयी थी. उन्हें काफी करीब से दो गोली मारी गई थी. लेकिन उस वक्त उनकी किस्मत अच्छी थी उनकी जान बच गई थी. जिसके बाद सभी को गिरफ्तार किया गया था. लेकिन सभी ने मिलकर जेल में फिर उनकी हत्या की साजिश रच डाली और 28 नवंबर को उनकी हत्या कर दी. 

जेल में रची गई थी हत्या की साजिश 

भोजपुर एसपी संजय कुमार ने बताया कि पहले के विवाद के बाद आरा मंडल कारा में बंद अपराधियों ने कई महीने पहले ही हत्या का षड्यंत्र रच लिया था. हत्या के लिए शूटर को छह लाख की सुपारी दी गई थी, जिसमें गिरफ्तार अपराधी को पहले तीन लाख रुपए दे दिए गए थे. 

रिपोर्ट - विशाल सिंह