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यहां आज भी लगता है भूतों का मेला, जो नहीं पहुंच पाते उनसे होती है वीडियो कॉल

आज इंसान चांद पर पहुंच चुका है और मंगल पर दुनिया बसाने की योजना बनी रही है, लेकिन वैशाली के हाजीपुर में आज भी देश का सबसे बड़ा भूतों का मेला लगता है.

Updated on: 08 Nov 2022, 09:14 AM

Hajipur:

आज इंसान चांद पर पहुंच चुका है और मंगल पर दुनिया बसाने की योजना बनी रही है, लेकिन वैशाली के हाजीपुर में आज भी देश का सबसे बड़ा भूतों का मेला लगता है. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि हाजीपुर के कोनहारा घाट से आई तस्वीर खुद ब खुद हकीकत बयां कर रही है. लाखों की भीड़ में झूमते लोग, नाचते गाते लोग कोई आम लोग नहीं बल्कि भूत हैं. जिनमें से किसी के ऊपर महिला का साया है तो किसी के ऊपर पुरुष की आत्मा. कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनके ऊपर शीतला माता सवार है और ये सभी लोग कार्तिक पूर्णिमा के दिन मोक्ष स्थल कोनहारा घाट इस उम्मीद से पहुंचे हैं कि उन्हें तमाम तरह की भूत प्रेत और आत्मा से छुटकारा मिलेगा.

आधुनिकता के इस दौर में यह तस्वीर भले ही हैरान करने वाली है, लेकिन आस्था और धार्मिक भावना ऐसी है कि हर कोई निरुत्तर है. किसी के पास इसका जवाब नहीं है कि आखिर कब तक आस्था के नाम पर अंधविश्वास का यह खेल चलता रहेगा.

यहां ढ़ोल नगाड़े के साथ महिला और पुरुष पर से भूत का साया भगाया जा रहा है. नाबालिग लड़की पर पहले भूत को उतारा जाता है. भूत की पहचान की जाती है और उसके बाद उसे भगाया जाता है. हद तो यह है कि आधुनिकता के इस दौड़ में अब भूतखेलि का डिजिटलीकरण भी हो गया है. भूत भगाने वाले ओझा बताते हैं कि जो लोग यहां नहीं पहुंच पाते हैं उनका भूत मोबाइल के जरिये वीडियो कॉल पर भी उतारा जाता है.

बहरहाल, आस्था के नाम पर सदियों से चला आ रहा अंधविश्वास का खेल आज भी जारी है. ऐसे में जरूरी है कि समाज मे जागरूकता के साथ-साथ शिक्षा के स्तर को भी बढ़ाया जाए ताकि आस्था के नाम पर महिलाओं का उत्पीड़न और अंधविश्वास का खेल बंद हो सके.

रिपोर्ट : दिवेश कुमार

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