गया में दिखा नक्सली बंदी का असर, दुकान से लेकर बस स्टैंड तक पसरा रहा सन्नाटा
नक्सलियों का वर्चस्व आज भी गया के इमामगंज में देखने को मिलता है. जिसका ताजा उदाहरण जिले में एक बार फिर देखने को मिला है. जहां नक्सलियों के द्वारा पोस्टर लगाकर बंद का आहवान किया गया था.
बंदी का असर( Photo Credit : NewsState BiharJharkhand)
नक्सलियों का वर्चस्व आज भी गया के इमामगंज में देखने को मिलता है. जिसका ताजा उदाहरण जिले में एक बार फिर देखने को मिला है. जहां नक्सलियों के द्वारा पोस्टर लगाकर बंद का आहवान किया गया था. जिसका असर आज जिले में देखने को मिला है. सभी दुकानें बंद रहे, इसके साथ ही बसों का भी परिचालन नहीं हुआ. लोग अपने घरों में दुबके रहे और पुलिस प्रशासन भी सख्त नजर आई. जंगलों में बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड के साथ सर्च अभियान चलाया गया.
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दो दिवसीय बंद का किया गया था आहवान
दो दिवसीय नक्सली बंदी का असर गया के इमामगंज प्रखंड में खासा असर देखा गया है. भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के द्वारा दो दिवसीय बंद का ऐलान किया गया है. बंद का आहवान के पूर्व नक्सलियों के द्वारा इन क्षेत्रों में पोस्टर भी लगाया गया था. डुमरिया-पटना स्टेट हाईवे 69 पर सीआरपीएफ और जिला पुलिस दिनभर गस्ती करती रही. सीआरपीएफ के जवानों अधिकारियों के साथ जंगली इलाका में बंद बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड के साथ सर्च अभियान चलाते हुए देखे गए.
इसके अलावे व्यवसायिक प्रतिष्ठान पूर्ण रूप से बंद रहे. रानीगंज, इमामगंज, कोठी एवं सलैया बस स्टैंड से कोई भी यात्री बस अपने गंतव्य के लिए नहीं खुली. इस दौरान पेट्रोल पंप भी बंद रहे, पूरे दिन बैंक में ताला लटका रहा. यह बंद भाकपा माओवादियों के द्वारा 2 अप्रैल 2023 को किया गया था. दरअसल झारखंड के लावालौंग जंगल में पुलिस मुठभेड़ में 5 नक्सली मारे गए थे. जिसमें नक्सली नेता गौतम पासवान, अमर, नंदू, संजीत और अजीत को मुठभेड़ में हत्या करने के विरोध में भाजपा माओवादी नक्सली संगठन ने 14 और 15 अप्रैल को दो दिवसीय दक्षिण बिहार और पश्चिमी झारखंड को बंद करने का ऐलान किया था. वहीं, ऐलान का समर्थन नहीं करने पर जन अदालत लगाकर सजा देने की भी बात कही गई थी.
रिपोर्ट - अजित
HIGHLIGHTS
नक्सलियों के द्वारा पोस्टर लगाकर बंद का किया गया था आहवान
दो दिवसीय नक्सली बंदी का गया के इमामगंज में दिखा असर
जंगल में पुलिस मुठभेड़ में 5 नक्सली गए थे मारे
ऐलान का समर्थन नहीं करने पर सजा देने की भी कही गई थी बात