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कोविड-19 संकट, जीतने के लिए आशावादी रहना जरूरी : आनंद कुमार

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मई में कहा था कि स्कूली छात्रों, विशेषकर जिनके पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है, उन्हें सबक उपलब्ध कराने के लिए सरकार एक टीवी चैनल शुरू करेगी.

Updated on: 24 Jul 2020, 08:20 AM

पटना:

सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने कोविड-19 संकट के मद्देनजर स्कूल बंद होने पर छात्रों के लिए शैक्षिक टीवी चैनल शुरू करने के केंद्र के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि इस संकट से जीतने के लिए आशावादी रहना जरूरी है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मई में कहा था कि स्कूली छात्रों, विशेषकर जिनके पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है, उन्हें सबक उपलब्ध कराने के लिए सरकार एक टीवी चैनल शुरू करेगी.

सुपर 30 के संस्थापक ने यह भी कहा कि उन्होंने मानव संसाधन मंत्रालय को लाखों गरीब छात्रों के लिए 24 घंटे का टीवी चैनल शुरू करने के लिए लिखा है.पॉल्डी ओटरमन्स और देव आदित्य की पुस्तक 'टुगेदर: एैन ऐन्थालजी फ्रम दी कोविड-19 पैन्डेमिक', स्थापित लेखकों, नेताओं, मशहूर हस्तियों, शिक्षकों, अभिनेताओं, छात्रों, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के साथ-साथ जो प्रकोप से लड़कर जीवित बच गए हैं, द्वारा साझा किये गये के मानवीय अनुभवों का अधिकाशंत: कविताओं, गद्य और पत्रों के रूप में एक समृद्ध संग्रह है.

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इस पुस्तक में आनंद ने भी अपना योगदान दिया है और उनका कहना है कि यह उनके लिए एक बड़ा सम्मान था.उन्होंने कहा, "यह अनुभवों का एक संग्रह है जो सकारात्मकता की शुरूआत करेगा.नकारात्मक होना या तनाव लेना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है.

मैंने एक शिक्षक के रूप में अपने अनुभव को साझा किये हैं कि कैसे कोविड-19 ने शिक्षा के क्षेत्र में, दोनों छात्रों और शिक्षकों के लिए बहुत बड़ा व्यवधान पैदा किया है।’’ पुस्तक में अपने अनुभव साझा करने वाले अन्य लोगों में, परमार्थ कार्य करने वाले डॉ फ्रैंक एफ इस्लाम, ब्रिटिश गायक एनाबेल लेवेंटन, संगीत निर्देशक और संगीतकार बप्पी लाहिड़ी और वैज्ञानिक डॉ शाह कामरानुर रहमान शामिल हैं.