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समस्तीपुर में बंगले में 'कैद' डॉक्टर का परिवार, DRM के बेटे से हुआ था विवाद

समस्तीपुर रेलवे कॉलोनी में मंगलवार को हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. डॉक्टर का कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद उसके बंगले को सील कर दिया गया.

Updated on: 14 Jun 2023, 05:24 PM

highlights

  • बंगले में 'कैद' डॉक्टर का परिवार
  • रात 11 बजे नोटिस...दिन में बंगला सील
  • 4 घंटे घर में बंद रहे 2 बुजुर्ग और बच्चे
  • DRM के बेटे-डॉक्टर में हुआ था विवाद

Samastipur :

समस्तीपुर रेलवे कॉलोनी में मंगलवार को हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. डॉक्टर का कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद उसके बंगले को सील कर दिया गया. दरअसल यहां सिर्फ बंगले को ही सील नहीं किया गया था, बल्कि बंगले के अंदर रह रहे डॉक्टर के पूरे परिवार को ही बंगले में बंद कर दिया गया. करीब चार घंटे तक डॉक्टर का पूरा परिवार, जिसमें उसकी पत्नी और छोटे बच्चे के साथ, बुजुर्ग माता-पिता भी हैं बंगले में बंद रहे. इसके बाद वहां जमकर हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ, लेकिन इससे रेलवे अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ा.

हरकत में रेलवे प्रशासन

कार्रवाई तो तब हुई जब मीडिया मौके पर जा पहुंची. बंगला सील करने की खबर मीडिया कर्मियों तक पहुंचने के बाद मीडिया मौके पर पहुंच गई. जिसके बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आया और बंगले का सील खोल दिया गया. हालांकि इस दौरान वहां मौजूद कर्मचारियों से जब सवाल पूछा गया कि आखिर किसके आदेश पर बंगले को सील किया गया तो वो बिना कुछ बताए वहां से नौ दो ग्यारह हो गए.

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DRM के बेटे-डॉक्टर में हुआ था विवाद

वैसे तो रेलवे अधिकारी इसे कॉन्ट्रैक्ट का मामला बता रहे हैं, लेकिन डॉक्टर के पिता का कहना है कि डॉ. शिवाशीष सोमवार की रात स्वीमिंग पुल में जाने की बात कहकर घर से निकले थे. बाद में पता चला कि वहां रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी के बेटे के साथ उनकी नोकझोंक हो गई और इसी के बाद अगले ही दिन उनके बंगले को सील कर दिया गया. इस हैरान करने वाले मामले को लेकर जब मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल से सवाल किया गया तो उनका कहना था कि डॉक्टर का कॉन्ट्रैक्ट 22 मई 2023 को ही खत्म हो गया था. इसके बाद बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया. हालांकि उन्होंने मामले की जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन तो नहीं दिया.

बहरहाल कॉन्ट्रैक्ट खत्म होना समझ आता है. बंगला खाली करने के लिए नोटिस जारी करना समझ आता है. बंगले को सील करना भी समझ आता है, लेकिन बंगले के अंदर परिवार के मौजूद होने के बावजूद उसे सील कर लोगों को बंद कर देना तो अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है. अब देखना ये होगा कि इस अजीबो-गरीब आदेश देने वालों पर कार्रवाई होती भी है या नहीं. 

रिपोर्ट : मंटुन रॉय