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मानसून की पहली बारिश में जलमग्न हुआ DMCH, पूरे शहर में बाढ़ सा नजारा

उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH के आपातकालीन विभाग, औषधि विभाग, शिशु रोग विभाग स्त्री रोग विभाग सहित पूरा परिसर जलमग्न हो गया है. जलजमाव की वजह से इलाज कराने पहुंचे मरीज, उनके परिजन एवं स्वास्थ्य कर्मी को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है

Updated on: 05 Jul 2023, 12:23 PM

highlights

  • DMCH अस्पताल हुआ जलमग्न
  • लोगों के घरों में घुसा पानी
  • लापरवाही के कारण है ये हाल - संजय सरावगी

Darbhanga:

मंगलवार की देर रात से हो रही झमाझम बारिश ने दरभंगा नगर निगम के सारे दावे की पोल खोल कर रख दी है. मानसून की बारिश से जहां एक तरफ लोगों को राहत मिली है. वहीं, दूसरी तरफ नगर निगम सहित अधिकांश वार्ड जलमग्न हो गया है. सभी वार्डों के सड़कों पर 1 से 2 फीट पानी लग जाने से कई लोगों के घरों में नाले का गंदा पानी प्रवेश कर गया है. जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, स्थानीय लोग निगम प्रशासन से पम्प लगा कर पानी निकासी का गुहार लगा रहे हैं. 

DMCH अस्पताल हुआ जलमग्न 

वहीं, दूसरी तरफ उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH के आपातकालीन विभाग, औषधि विभाग, शिशु रोग विभाग स्त्री रोग विभाग सहित पूरा परिसर जलमग्न हो गया है. जलजमाव की वजह से इलाज कराने पहुंचे मरीज, उनके परिजन एवं स्वास्थ्य कर्मी को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल परिसर में चारों तरफ जलजमाव होने के कारण नाले का गंदा पानी आपातकालीन विभाग, औषधि विभाग, शिशु रोग विभाग सहित कई वार्डो में घुस गया है. जिससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है. 

घरों घुसा पानी

वहीं, दरभंगा नगर निगम कार्यालय के ठीक बगल में रहने वाले अजय मोहन प्रसाद के घर में पानी प्रवेश कर गया है. उनकी माने तो देर रात से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के कारण उनके घरों में दो फिट तक पानी घुस गया है. अचानक पानी प्रवेश कर जाने के कारण घर के नीचे रखा सारा सामान बर्बाद हो गया है. सबसे बड़ी समस्या खाना बनाने की हो गई है. वहीं, उन्होंने नगर निगम प्रशासन से अपील की है कि पंप सेट के माध्यम से जल्द से जल्द पानी की निकासी की जाए.

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'लापरवाही के कारण है ये हाल' 

दरभंगा नगर के बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने कहा कि मानसून आने के पूर्व जल निकासी को लेकर लाखों की योजना बनाई जाती है और नगर निगम के माध्यम से सफाई की खानापूर्ति कर दी जाती है. जिसमें करोड़ों रुपया खर्च होता है, लेकिन बिना सही मॉनिटरिंग के कारण सभी जगह जलजमाव हो जाता है. अगर नगर निगम थोड़ा ध्यान देगा कि किस जगह के कारण जलजमाव होता है. अगर उसे क्लियर कर देगा तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी. वहीं, उन्होंने कहा कि जब हम लोगों सरकार में थे तो जब बाढ़ आया था. उस वक्त हमलोगों ने बड़े-बड़े पंप नगर निगम से खरीदारी करवाई थी. वह पंप आज भी है. नगर निगम चाहेगा तो तुरंत पंप को चलाकर पानी को निकाल सकता है, लेकिन लापरवाही के कारण यह हाल है.

रिपोर्ट - अमित कुमार