लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. एसपी योगेंद्र कुमार ने छठ महापर्व तैयारी को लेकर प्रेस वार्ता कर बताया कि जिले में 290 समान्य घाटों को चिन्हित किया गया है. 55 घाटों को संवेदनशील घाटों को, 57 अतिसंवेदनशील जबकि 87 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है. सभी छठ घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम जिले में मौजूद है. इसके साथ ही रेलवे से ताल मेल बिठाकर जहां-जहां रेलवे के रास्ते से छठ घाट को रास्ता जाता है वहां विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. सभी 87 खतरनाक घोषित घाटों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और वहां छठ व्रतियों को नहीं जाने की अपील की गई है और घाट पर पुलिस बल की तैनाती भी की गई है.
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सभी घाटों के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात किए गए हैं. ट्रैफिक व्यवस्था के लिए भी हर चौक चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि छठ व्रतियों को आने जाने में कहीं कोई परेशानी ना हो. असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी अभियान भी चला रही है. मुख्यालय में कंट्रोल रूम को भी 24 घंटे अलर्ट मोड में रखा गया है. जिले में कहीं भी कोई भी सूचना कंट्रोल रूम में सीधे दी जा सकती है. एसपी ने सभी लोगों से शांति पूर्ण माहौल में छठ व्रत मनाने की अपील की है.
साथ ही आपको बता दें कि गंगा स्नान करने के दौरान एक बच्ची की डुबने से मौत हो गई. घटना मटिहानी थाना क्षेत्र के सिहमा गंगा घाट की है. हालांकि अभी तक बच्ची का शव बरामद नहीं हुआ है, स्थानीय गोताखोरों और लोगों के द्वारा शव की तलाश की जा रही है. बताया जाता है कि सीमा गांव निवासी कार्तिक कुमार की 10 वर्षीय पुत्री आरती कुमारी अपने परिजनों के साथ गंगा स्नान करने गई थी स्नान के दौरान उसका पैर फिसल गया और कार्य पानी में चली गई जब तक लोग उसे बचाते तब तक वह नदी में डूबने की सूचना पर सैकड़ों की संख्या स्थानीय लोग गंगा घाट पहुंचे हैं.
HIGHLIGHTS
.55 घाटों को संवेदनशील घोषित
.57 घाटों को अतिसंवेदनशील घोषित
.87 घाटों को खतरनाक घोषित
Source : News State Bihar Jharkhand