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छठ पूजा की तैयारी में जुटा जिला प्रशासन, घाटों का जायजा लेने पहुंचे आयुक्त कुमार रवि

बिहार-झारखंड में महापर्व छठ पूजा बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है, वहीं राजधानी पटना में भी लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई है. घाटों का जायजा लेने के लिए लगातार आला अधिकारी पहुंच रहे हैं.

Updated on: 30 Oct 2023, 12:03 PM

highlights

  • छठ पूजा की तैयारी में जुटा जिला प्रशासन 
  • घाटों का जायजा लेने पहुंचे आयुक्त कुमार रवि
  • डीएम-एसएसपी भी साथ में मौजूद 

 

 

 

Patna:

बिहार-झारखंड में महापर्व छठ पूजा बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है, वहीं राजधानी पटना में भी लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई है. घाटों का जायजा लेने के लिए लगातार आला अधिकारी पहुंच रहे हैं. बता दें कि राजधानी समेत पूरा बिहार अब छठ पूजा के रंग में रंग गया है. खासकर जब छठ व्रतियों की भीड़ गंगा तटों पर पूजा करने के लिए जुटती है तो प्रशासन राजधानी के विभिन्न घाटों पर छठ घाटों की तैयारी में जुटा हुआ है. वहीं पटना के कमिश्नर कुमार रवि ने बताया कि, ''इस बार छठ पूजा पिछले साल की तुलना में देर से हो रही है, इसलिए गंगा का जलस्तर 2 मीटर पीछे है.'' उन्होंने कहा कि, ''इस बार पूजा के लिए अधिक घाट बनाये जायेंगे.''

आपको बता दें कि पटना में दीघा घाट, पीपा पुल घाट, शिव घाट, एलटीसी घाट, कलेक्टोरेट घाट, एनआईटी घाट, महेंद्रू घाट, काली घाट, बांस घाट समेत कई ऐसे घाट हैं, जहां छठ व्रती पूजा करते हैं. ऐसे में सभी घाटों पर व्यवस्था बनाये रखने को लेकर प्रशासन सतर्क है. छठ पूजा को लेकर पाटी पुल घाट, दीघा घाट और शिव घाट पर प्रशासन की ओर से तैयारी चल रही है. इसको लेकर पटना कमीश्नर कुमार रवि के मुताबिक, ''इस साल गंगा नदी का जलस्तर अन्य वर्षों की तुलना में कम हो गया है, इसलिए छठ पूजा के लिए कई घाट बनाये जा रहे हैं. इसी क्रम में पटना प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि, जिलाधिकारी चन्द्रशेखर और एसएसपी के साथ कुमार रवि घाटों का हाल जानने निकले और स्टीमर से घाटों का जायजा लिया.''

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इसके साथ ही आपको बता दें कि प्रशासन के लोग हर दिन आकर निरीक्षण कर रहे हैं. शिव घाट और पीपा पुल घाट पर बांस-बल्ली से बैरिकेडिंग भी शुरू कर दी गयी है. हालांकि अभी अंतिम तैयारियां बाकी हैं जो समय पर पूरी कर ली जाएंगी. दिवाली के बाद लोग घर का कूड़ा-कचरा और मूर्तियां गंगा में बहा देते हैं. इसमें सफाई पर्यवेक्षक और स्वच्छता निरीक्षक ऐसे लोगों को पूजा सामग्री गंगा में प्रवाहित करने से रोकेंगे. इसके लिए घाटों या अन्य स्थानों पर पूजा सामग्री रखने की व्यवस्था की जायेगी. बता दें कि छठ व्रतियों को समय पर पूजा के लिए घाट उपलब्ध हो इसके लिए प्रशासन काम कर रहा है.