बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बयान पर उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि 1977 की ऐतिहासिक जनता पार्टी से जनसंघ के अलग होने के बाद केवल बीजेपी ही अपने सिद्धांतों पर अडिग रही, जबकि दूसरे धड़े के लोगों ने अहंकार और सत्ता मोह में सिद्धांतों को इतना तोड़ा-छोड़ा कि अब उनके टुकड़ों को गिनना भी मुश्किल है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सिद्धांत से समझौता किया होता तो न जम्मू-कश्मीर से धारा-370 समाप्त होती, न करोड़ों मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से आजादी मिलती और न ही राम मंदिर के निर्माण की बाधाएं दूर होतीं.
यह भी पढ़ेंः संभल जाओ, नहीं तो महाराष्ट्र जैसा होगा हाल, जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार को चेताया
बिहार के डिप्टी सीएम ने तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा कि राजद ने गैर-कांग्रेसवाद का सिद्धांत कूड़ेदान में डालकर राबड़ी देवी की सरकार चलाई और घोटाले किए. समाजवाद को विकृत कर परिवारवाद में बदलने वाले लोग आज किस सिद्धांत की राजनीति की बात कर रहे हैं ? उन्होंने कहा, 'लालू प्रसाद ने जो राजनीति डॉ. लोहिया के गैरकांग्रेसवाद, भ्रष्टाचार-परिवारवाद के विरुद्ध जेपी आंदोलन और पिछड़े वर्गों को सामाजिक न्याय दिलाने के आंदोलन से शुरू की थी, वह सिद्धांतों को तिलांजलि देकर सत्ता और सम्पत्ति के लिए किए गए शर्मनाक समझौतों के गर्त में डूब गई.'
सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा, 'लालू प्रसाद यादव ने भ्रष्टाचार से लड़ने के बजाय अपने शासनकाल में घोटालों की झड़ी लगा दी. उनकी पार्टी के 15 साल सीरियल स्कैम के चलते बिहार का शर्म साबित हुए.' बता दें कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा था कि आरजेडी कभी भी नीति और सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकती. उन्होंने कहा था कि अगर आरजेडी नीति और सिद्धांतों से समझौता कर लेता तो आज मुख्यमंत्री आरजेडी का होता.
यह भी पढ़ेंः जगदानंद सिंह का राजद प्रदेश अध्यक्ष बनना तय, 27 नवंबर को होगा औपचारिक एलान
तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा. विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, 'हमने कभी अपनी नीति और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया, ना करेंगे. आरजेडी ने सिद्धांतों से समझौता कर लिया होता तो सुशील कुमार मोदी जिस पद पर हैं, उसी पर होते, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं, राजद का कोई नेता होता.'
यह वीडियो देखेंः