बिहार में गांव-गांव, शहर-शहर डेंगू का कहर, पटना में इतने ज्यादा मरीज
बदलते मौसम के साथ बिहार के लगभग सभी जिलों में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है.
Patna:
बदलते मौसम के साथ बिहार के लगभग सभी जिलों में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. वैसे तो स्वास्थ्य महकमे ने डेंगू से निबटने की पूरी तैयारी कर रखी है, लेकिन जिस तरह से लगातार मरीज बढ़ रहे हैं उससे स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां कम पड़ती दिख रही हैं. वहीं, अधिकांश मरीज अपना उपचार सरकारी अस्पतालों में ना कराकर निजी अस्पतालों में करा रहे हैं. बिहार के हर जिले में डेंगू ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. वायरल फीवर की भी शिकायत लोगों को है.
किस जिले में कितने केस
खगड़िया में 15 मरीज
पूर्णिया में 5 मरीज
सिवान में 20 मरीज
मुजफ्फरपुर 18 मरीज
पटना में 2000 से ज्यादा मरीज
पटना में तो डेंगू ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और डेंगू के परीजों का आंकड़ा औसतल 200 लोग प्रतिदिन के हिसाब से बढ़ रहा है. पटना समेत दूसरे जिलों के अस्पतालों में ओपीडी में बुखार, बदन दर्द और सर्दी के मरीजों की भीड़ लगी है. जांच के लिए भी बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं. कुल मिलाकर स्थिति भयावह होती जा रही है. IGIMS अस्पताल के अधीक्षक मनीष मंडल ने लोगों को डेंगू से बचने की सलाह दी है.
वहीं, डेंगू के प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए स्वास्थ्य महकमा लगातार जागरुकता अभियान भी चला रहा है. रटना सिटी के अगमकुआं स्थित RMRI रिसर्च सेंटर में डेंगू जागरूकता और निःशुल्क डेंगू जांच शिविर का उद्घाटन किया गया.
बिहार के डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव खुद लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं. तेजस्वी यादव ने गुरुवार रात को पटना सिटी का दौरा कर अगमकुआं स्थित NMCH अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने अस्पताल का निरक्षण किया और अस्पताल में भर्ती मरीजों से हाल चाल जाना और उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली. तेजस्वी यादव ने परिजनों की शिकायत पर अस्पताल में और सुविधा बहाल किए जाने की बात कही और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिया.
डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. डेंगू को लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने महागठबंधन सरकार पर निशाना साधा और सरकार से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की. विजय सिन्हा ने सरकार पर आरोप लगाया कि बिहार में डेंगू की भयावहता बढ़ती जा रही है और स्वास्थ्य विभाग के मंत्री सत्ता सुख में आनंद विभोर हैं.
बहरहाल, कहा जाता है कि इलाज से बेहतर बचाव होता है. अगर साफ सफाई रखी जाए और डेंगू से बचाव के खुद ही इंतजाम किए जाएं तो निश्चित तौर पर डेंगू से बचा जा सकता है और अगर किसी भी तरह का बुखार हो तो अपनी मर्जी से दवा ना लें. बिना डॉक्टर की सलाह के दवा लेना घातक हो सकता है. स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें और बुखार होने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
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