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बिहार में डेंगू का प्रकोप, अलर्ट मोड में प्रशासन

जिले में डेंगू ने धीरे-धीरे ही सही, लेकिन अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है.

Updated on: 21 Oct 2022, 04:34 PM

Buxar:

जिले में डेंगू ने धीरे-धीरे ही सही, लेकिन अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. इस क्रम में डेंगू के मरीजों की जांच से लेकर उनके इलाज तक की व्यवस्था की जा चुकी है. डेंगू के इलाज के लिए सदर अस्पताल में 12 विशेष बेड तैयार किए हैं. इसके अलावा डुमरांव अनुमंडल में आठ और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दो-दो बेड आरक्षित रखे गए हैं. डेंगू मरीजों के इलाज के लिए विशेष बेड में मच्छरदानी लगाई हुई है ताकि, मरीजों के माध्यम से कोई भी डेंगू का शिकार न हो सके. साथ ही सदर अस्पताल में अब 24 घंटे डेंगू के जांच की सुविधा उपलब्ध है. ताकि आपात स्थिति में किसी भी मरीज को इंतजार न करना पड़े.

बताया जा रहा है कि राज्य में डेंगू को लेकर अलर्ट जारी होने के बाद जिला स्वास्थ्य समिति ने डेंगू के लक्षणों वाले मरीजों की निगरानी करनी शुरू कर दी थी. जिसके तहत सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सकों को 70 हजार से कम प्लेटलेट्स वाले मरीजों का अनुश्रवण करते हुए उसकी रिपोर्ट जिला सिविल सर्जन को देने का निर्देश दिया गया था ताकि, डेंगू के लक्षणों वाले मरीजों का इलाज और फॉलोअप सुगमता से किया जा सके.

सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने बताया कि डेंगू के 3 मरीज आए थे दो लोग स्वस्थ होकर घर पर चले गये। एक मरीज भर्ती है. राज्य में डेंगू लगातार तेजी से बढ़ रहा है, जिसको देखते हुए जिलाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य समिति दोनों के संयुक्त स्तर से डेंगू की मॉनिटरिंग की जा रही है. वहीं, जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला मुख्यालय में अब नगर परिषद की ओर से फॉगिंग की व्यवस्था की कई है.