logo-image

पिछले साल की तुलना में 31% बढ़ी मरने वालों की संख्या, सामने आई सच्चाई

जिले में सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. परिवहन विभाग लगातार सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाने का दावा करता है, लेकिन आंकड़े परिवहन विभाग के सड़क सुरक्षा सप्ताह को धूमिल करते नजर आ रहे हैं.

Updated on: 02 Nov 2022, 04:46 PM

Kaimur:

जिले में सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. परिवहन विभाग लगातार सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाने का दावा करता है, लेकिन आंकड़े परिवहन विभाग के सड़क सुरक्षा सप्ताह को धूमिल करते नजर आ रहे हैं. परिवहन विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस वर्ष कैमूर जिले में सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या में 31% तक की बढ़ोतरी पाई गई है. वहीं सड़क दुर्घटना में घायलों की संख्या भी बढ़ी है. परिवहन विभाग कैमूर से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष 2021 में जनवरी से अक्टूबर तक हुए 126 सड़क दुर्घटना में कुल 129 लोगों की मौत हुई थी. जो इस वर्ष अक्टूबर तक कुल 171 दुर्घटनाएं हुई, जिसमें 154 लोगों की मौत हो गई है. 

परिवहन विभाग से मिले आंकड़े में दुर्घटना मौतें और घायलों की संख्या बढ़ी
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 25 अधिक लोगों की मौतें हुई है तो वहीं घायलों की बात की जाए तो पिछले वर्ष अक्टूबर तक कुल 110 लोग घायल हुए थे, लेकिन इस वर्ष घायलों की संख्या 135 पहुंच गई है. यह सभी आंकड़े सड़क दुर्घटना की रोकथाम को लेकर किए जा रहे प्रशासन के प्रयासों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. जिला प्रशासन हर महीने सड़क सुरक्षा की बैठक करता है और सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए घंटों अधिकारियों द्वारा मंथन भी किया जाता है, लेकिन धरातल पर इसे साकार नहीं करने के कारण लगातार हादसे बढ़ते चले जा रहे हैं.

जगह-जगह डायवर्सन देना और गड्ढा खोदना दुर्घटना की वजह
कैमूर जिले में दूसरा हादसा बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है कि एनएचएआई द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में जगह-जगह डायवर्सन बना दिया जा रहा है और सड़कों की खुदाई कर दिए जा रहा. जहां डायवर्सन बना और सड़कों की खुदाई हुई. वहां अच्छे तरीके से बैरिकेडिंग नहीं करना और इंडिकेशन नहीं देने के कारण दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही है.

क्या कहते हैं जिला परिवहन पदाधिकारी 
जिला परिवहन पदाधिकारी रामबाबू ने बताया कि रफ ड्राइविंग और ट्रैफिक नियमों के तोड़ने के कारण सड़क दुर्घटनाएं पिछले साल की तुलना में इस साल बढ़ी है, जो भी सड़क दुर्घटना में मौते हो रही हैं. उसमें तत्काल ट्रीटमेंट नहीं मिलना एक वजह माना जा रहा है. आम लोगों से भी अपील है कि जहां सड़क दुर्घटना में किसी को घायल दिखें तो उसे तुरंत उपचार के लिए अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जरूर पहुंचाये. जिससे कि उसकी जिंदगी को बचाया जा सके.