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बिहार में जारी दिमागी बुखार का कहर, मरने वालों का आंकड़ा 66 पहुंचा

मुजफ्फरपुर में पिछले 10 दिनों में दिमागी बुखार के चलते 220 बच्चे अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं

Updated on: 15 Jun 2019, 08:44 AM

नई दिल्ली:

बिहार के मुजफ्फरपुर में दिमागी बुखार यानी चमकी बुखार विकराल रूप लेता जा रहा है. इससे मरने वाले बच्चों का आंकड़ा अब 66 पहुंच गया है, जिसमें श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज में 55 की और केजरीवाल हॉस्पिटल में 11 बच्चों की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक फिलहाल 100 से ज्यादा बच्चे इस बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले 10 दिनों में इस बीमारी के चलते 220 बच्चे अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं. 

मुजफ्फरपुर में फैली बीमारी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से हो रही बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि स्वास्थ्य विभाग इस पूरे मामले पर नजर रख रहा है. बरसात से पहले ये बीमारी हर साल बिहार में कहर बरपाती है. इसकी पूरी जांच की जा रही है. गौरतलब है कि उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी व वैशाली में बीमारी का प्रभाव दिखता है. इस साल अब तक एसकेएमसीएच में जो मरीज आ रहे हैं, वे मुजफ्फरपुर और आसपास के हैं.

बीमारी के ये होते हैं लक्षण-

गौरतलब है कि इंसेफेलाइटिस को जापानी बुखार भी कहते हैं. इस बीमारी का लक्षण कुछ इस तरह होता है. सिरदर्द, गर्दन में जकड़न, कमजोरी, उल्टी होना, भूख कम लगना, सुस्त रहना, अतिसंवेदनशील होना होता है. वहीं छोटे बच्चों में इंसेफेलाइटिस को ऐसे पहचान कर सकते हैं. सिर में चित्ती का उभरना, दूध कम पीना, बहुत रोना और शरीर में जकड़न नजर आना. अगर ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत अस्पताल में जाना चाहिए.