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बिहार चुनाव: दानापुर में इस बार बीजेपी का फिर चलेगा जादू या फिर पलटेगी बाजी?

दानापुर विधानसभा सीट (Danapur Vidhan Sabha Seat) पाटिलपुत्र लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है.इस सीट पर वर्तमान बीजेपी की आशा देवी विराजमान है.

Updated on: 05 Nov 2020, 04:48 PM

नई दिल्ली :

दानापुर विधानसभा सीट (Danapur Vidhan Sabha Seat) पाटिलपुत्र लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत  आता है. इस सीट पर वर्तमान बीजेपी की आशा देवी विराजमान है. आशा देवी ने राष्ट्रीय जनता दल के राज किशोर यादव को 5 हजार 209 वोटों से हराया. बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव दानापुर सीट से 2 बार विधायक रह चुके हैं. पटना से सटे इस विधानसभा सीट की यही खासियत इसे वीआईपी सीट बना देती है.

आजादी के बाद से 80 के दशक तक दानापुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा. 1985 से जनता दल ने यहां अपनी  जगह बना लिया. उसके बाद इस सीट पर बीजेपी का कब्जा हो गया. पर राष्ट्रीय जनता दल के गठन के बाद ये सीट उसके  पास चली गई. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी इस सीट से विधायक बने. 2005 में यहां बीजेपी की एंट्री हुई और तभी से  उसका इस सीट पर कब्जा है. 

किसका-किसका रहा इस सीट पर कब्जा
 
1990- विजेंद्र राय, जनता दल
1995- लालू प्रसाद यादव, जनता दल
1996 (उपचुनाव)- विजय सिंह यादव, बीजेपी
2000-लालू प्रसाद यादव, आरजेडी
2002 (उपचुनाव)-रामानंद यादव, आरजेडी
2005 (फरवरी)-आशा देवी, बीजेपी
2005 (अक्टूबर)-आशा देवी, बीजेपी
2010-2015- आशा देवी, बीजेपी

जातीय समीकरण

इस सीट पर यादव निर्णायक भूमिका में हैं, लेकिन पटना से लगे इस इलाके में वैश्य समुदाय भी चुनाव में अहम भूमिका  निभाती है. 

कुल वोटरः 3.45 लाख

पुरुष वोटरः 1.81 लाख (52.66%)
महिला वोटरः 1.62 लाख (46.93%)

क्या हैं यहां के मुद्दे

दानापुर क्षेत्र में कटाव से प्रभावित सैक़ड़ों विस्थापित परिवार दो दशक से यहां बसेरा बनाए हुए हैं पर उनका पुनर्वास नहीं हो  सका. नगर पालिका क्षेत्र की नई कॉलोनियों में विकास का कोई काम नहीं हुआ है. सड़कें जर्जर हालत में हैं.