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किशनगंज में सिलेंडर विस्फोट से लगी आग, परिवार के 4 बच्चों समेत पांच जिंदा जले

मृतकों में पिता और उसके चार बच्‍चे शामिल हैं, जबकि युवक की पत्‍नी गंभीर रूप से झुलस गई है.

Updated on: 15 Mar 2021, 11:14 AM

highlights

  • बिहार के किशनगंज मे सोमवार तड़के हुए हादसे में घर में लगी आग
  • सिलेंडर ब्लास्ट से भड़की आग में एक ही परिवार के पांच लोग जिंदा जले
  • घायलों में गृहस्वामिनी की हालत गंभीर, अस्पताल में चल रहा उपचार 

पटना:

बिहार (Bihar) के किशनगंज में सोमवार तड़के हुए दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत जिंदा जलने से हो गई. शहर के मोहिउद्दीनपुर सलाम कॉलोनी के एक घर में सोमवार तड़के सिलेंडर (Gas Cylinder) फटने से भीषण आग भड़क गई. मृतकों में पिता और उसके चार बच्‍चे शामिल हैं, जबकि युवक की पत्‍नी गंभीर रूप से झुलस गई है. उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है. मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है.  

सुबह तड़के हुए हादसा
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार तड़के हुए हादसे में जब तक लोग संभलते तब तक देखते ही देखते परिवार आग की तेज लपटों में घिर गया. घटना के बाद मौके पर पहुंची टाउन थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड ने किसी तरह आग पर काबू पाया. आग को फैलने से रोका. इस अग्निकांड में नूर आलम और उसकी बेटी 10 वर्षीय तोहफा प्रवीण, आठ वर्षीय शबनम प्रवीण, छह वर्षीय बेटा रहमत रजा और तीन वर्षीय बेटा मो. शाहिद की मौत हो गई. पुलिस ने पांचों के के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है. इस घटना में मृतक नूर आलम की पत्नी सहजादी बानो गंभीर रूप से घायल है.  

चूल्हें की आग से लगी घर में आग
बताते हैं कि रविवार रात को शहजादी बानो ने लकड़ी वाले चूल्हे पर खाना बनाया था. खाना खाकर सभी लोग सो गए. इसके बाद सोमवार की सुबह चार बजे के आसपास सिलिंडर फटा. घायल शहजादी बानो ने बताया कि शायद चूल्हे का आग पूरी तरह बुझी नहीं थी. जिस कारण धीरे-धीरे आग धधकते हुए चूल्हे से घर में लग गई. सिलेंडर चूल्हे के बगल में रखा था. फूस के घर में आग पकड़ने के साथ-साथ सिलेंडर ने भी आग पकड़ ली. सिलेंडर विस्फोट होते ही गहरी नींद से जागते ही वह खुद को आग से घिरी देखे. वह छोटे बेटे को लेकर भागने लगी, लेकिन तीन वर्षीया बेटा वापस घर की ओर चला गया. धधकती आग ने उसे लपेटे में लिया. किसी तरह भागकर वह अपनी जान बचा सकी. पति और बच्चों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला.

गोपालगंज में भी आगजनी से खत्म हुआ परिवार
बता दें कि इससे पहले फरवरी 2019 बिहार के गोपालगंज जिले में बिजली के तारों में शार्ट सर्किट से झोपड़ी में आग लगने से एक ही परिवार के एक ही परिवार के चार लोग जिंदा जल गए थे, वहीं एक नवजात सहित तीन अन्य गंभीर रूप से झुलस गए थे. घटना जिले के कुचायकोट के बखरी टोला में घटी थी. ग्रामीणों के अनुसार बकरीदन साह अपने परिवार के साथ फूस की झोपड़ी में सो रहा था. इस दौरान झोपड़ी धू-धू कर जलने लगी. जब तक परिवार के सदस्य जगे, तब तक आग की चपेट में आ जाने से चार लोग जिंदा जल गए. ग्रामीणों ने किसी तरह बकरीदन साह की एक नवजात सहित दो पुत्री व एक पुत्र को झोपड़ी से निकाल कर इलाज के लिए भेजा था.