कोलकाता: लॉ कॉलेज गैंगरेप केस में एक और गिरफ्तारी, पुलिस ने सिक्योरिटी गार्ड को पकड़ा
'धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवाद’ शब्द का इस्तेमाल करके कांग्रेस ने खुलकर छलावा किया : केशव प्रसाद
'बिटिया का इलाज कराएंगे, आवास भी दिलाएंगे', जनता दर्शन में सीएम योगी ने सुनी लोगों की समस्याएं
‘हम संविधान के साथ छेड़छाड़ नहीं कर रहे हैं’, मुख्तार अब्बास नकवी का कांग्रेस को जवाब
शेफाली की मौत के बाद पराग त्यागी की हुई ऐसी हालत, हाथ में पत्नी की तस्वीर लिए इस हाल में आए नजर
'देश को गुलामी की मानसिकता से दिलानी है मुक्ति', विद्यानंद महाराज के शताब्दी समारोह में बोले पीएम मोदी
Train Cancelled News: यात्रीगण कृपया ध्यान दें...रेलवे ने कैंसिल कर दी इतनी ट्रेनें, चेक करें लिस्ट
‘परहेज नहीं करना चाहिए...’ खुश रहने का ये था शेफाली जरीवाला का मंत्र
यासर डोगू अंतरराष्ट्रीय कुश्ती टूर्नामेंट : चार स्वर्ण और एक कांस्य के साथ तुर्की में भारतीय महिला पहलवानों का जलवा

बिहार: रसोई गैस के लिए मची मारामारी, सुबह से लग रहीं लंबी कतारें

आलम ये है कि कई एजेंसियों पर तो सुवह से उपभोक्ताओं की लंबी लाइन लगना आम हो गया है.

आलम ये है कि कई एजेंसियों पर तो सुवह से उपभोक्ताओं की लंबी लाइन लगना आम हो गया है.

author-image
yogesh bhadauriya
एडिट
New Update
cylinder explosion

प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : (फाइल फोटो))

त्यौहारों का सीजन आते ही बिहार के अधिकांश हिस्सों में रसोई गैस की किल्लत बढ़ गई है. आलम ये है कि कई एजेंसियों पर तो सुवह से उपभोक्ताओं की लंबी लाइन लगना आम हो गया है. आर्डर के 12-15 दिन बाद भी आपूर्ति नहीं हो पा रही है. कई एजेंसियों का कहना है कि त्योहार के कारण सिलिंडर की मांग तो काफी बढ़ गई है, मगर इसकी तुलना में आपूर्ति 20 से 30 फीसदी तक कम की जा रही है. कम्पनी बैकलॉग पूरा नहीं कर पा रही है. परेशानी के कारण उपभोक्ताओं का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. कई जिलों में लोग सड़क पर खाली सिलेंडर रखकर विरोध जता रहे हैं.

Advertisment

यह भी पढ़ें- बिहार में हाल-ए-बेहाल है सियासत, विरोधियों से नहीं यहां अपनों से परेशान हैं लोग

वहीं बात अगर उत्तर बिहार की करें तो यहां सबसे अधिक संकट दरभंगा, मोतिहारी, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर में देखा जा रहा है. केवल मुजफ्फरपुर में आईओसी, एचपी, भारत पेट्रोलियम की कुल 82 एजेंसी है. कुल 9 लाख 2602 उपभोक्ता हैं. प्रतिदिन 665 मीट्रिक टन गैस की मांग है. आपूर्ति अधिकतम 600 मीट्रिक टन की जा रही है. आईओसी की मुख्य प्रबंधक वीणा कुमारी ने बताया कि गैस की आपूर्ति की बड़ी समस्या नहीं है. त्योहार के कारण मांग अधिक हो गई है. इसके लिए स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. दो से तीन दिनों के अंदर स्थिति सामान्य हो जायगी.

भागलपुर: कोसी, सीमांचल व पूर्वी बिहार के कुछ जिलों में किल्लत

कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार के कुछ जिलों को छोड़ अन्य जिलों में रसोई गैस की किल्लत नहीं है. लखीसराय और जमुई जिले में गैस की किल्लत ज्यादा है जबकि मधेपुरा, अररिया और सहरसा जिले में भी थोड़ी-बहुत किल्लत है. जमुई जिले में रसोई गैस के लिए उपभोक्ताओं में आपाधापी मची रहती है.

गैस एजेंसी संचालक के अनुसार दो माह पूर्व जिस अनुपात में जिले के वितरकों को गैस सिलिंडर की आपूर्ति होती थी, उसकी आधी ही आपूर्ति हो रही है. यही स्थिति लखीसराय और मधेपुरा जिले में भी है. वहीं सहरसा जिले में गैस की डिलीवरी समय पर नहीं हो रही है. एजेंसी के मालिकों के कहना है कि बरसात के समय से यह समस्या है. इसके अलावा बक्सर, नवादा, वैशाली, गोपालगंज, जहानाबाद समेत कई अन्य जिलों में गैस की किल्लत से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 

10 दिनों में सामान्य हो जाएगी आपूर्ति : मदन सहनी

खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने कहा है कि राज्य में रसोई गैस की किल्लत पर सरकार की नजर है. अभी नंबर लगाने के 10-12 दिनों में गैस की आपूर्ति हो रही है. रसोई गैस कंपनियों ने भरोसा दिया है कि अगले 10-12 दिनों में उपभोक्ताओं को दो-चार दिनों में ही गैस की आपूर्ति की जाने लगेगी. मंत्री ने कहा कि रसोई गैस की किल्लत को लेकर हाल ही में गैस कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी. जल्द ही स्थिती सामान्य हो जाएगी. गौरतलब है कि त्यौहारों के समय हमेशा गैस की डिमांड बढ़ जाती है. फिल्हाल लगता है स्थिती सामान्य होने में कुछ दिन और लगेंगे.

Source : News Nation Bureau

Bihar News Bihar cylinder
      
Advertisment