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दीपावली के दिन की परिवार के 3 लोगों की हत्या, कारतूस खत्म हुए तो बची 2 की जान

गनीमत यह रही कि अपराधियों के पास कारतूस खत्म हो जाने की वजह से दो युवकों की जान बच गई.

Updated on: 28 Oct 2019, 09:57 AM

highlights

  • बीती रात बेगूसराय में अपराधियों ने बड़ी घटना को दिया अंजाम. 
  • एक ही परिवार के 3 सदस्यों की हत्या की. 
  • बेगूसराय बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह का संसदीय क्षेत्र है. 

बेगूसराय:

गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) के संसदीय क्षेत्र बेगूसराय (Begusarai) में बेखौफ अपराधियों (Criminals) ने बीती रात बड़ी घटना को अंजाम दिया है. अपराधियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम देते हुए एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या कर दी. गनीमत यह रही कि अपराधियों के पास कारतूस खत्म हो जाने की वजह से दो युवकों की जान बच गई. जानकारी के मुताबिक, घटना सिंघौल थाना क्षेत्र के मचहा गांव की है.

बताया जा रहा है कि मृतक कुणाल सिंह, कंचन देवी एवं उनकी पुत्री सोनम कुमारी उस वक्त घर में मौजूद थे. तभी अपराधियों ने हमला कर दिया और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. इस वक्त मृतक के दो पुत्र शिवम कुमार एवं शुभम कुमार बाहर पटाका चला रहे थे. अपराधियों ने शिवम और शुभम को भी निशाना बनाया लेकिन कारतूस मिसफायर हो जाने की वजह से दोनों की जान बच गई. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की छानबीन में जुट गई है.

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परिजनों ने आरोप लगाया है कि जमीनी विवाद तथा पूर्व में हुए हत्या में कुणाल सिंह के गवाह होने की वजह से मृतक के सहोदर भाई ने ही इस घटना को अंजाम दिया है.

क्या है पूरा मामला
दरअसल इस हत्या के तार पूर्व के दो हत्याकांड से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सिंघौल थाना क्षेत्र के मचहा निवासी कुणाल सिंह के चाचा की 4 वर्ष पूर्व हत्या कर दी गई थी और उस हत्याकांड में कुणाल सिंह की चाची चश्मदीद गवाह थी. हत्याकांड में गवाह होने की वजह से 3 वर्ष पूर्व कुणाल सिंह के चाची की भी हत्या कर दी गई और उसमें कुणाल सिंह गवाह थे.

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इसी हत्या के मामले में गवाही नहीं देने की वजह से कुणाल सिंह के भाई विकास कुमार के द्वारा लगातार कुणाल सिंह को जान मारने की धमकी दी जा रही थी. बीती रात दीपावली की आड़ में विकास सिंह ने पूरे परिवार को खत्म करने का प्लान बनाया और कुणाल सिंह के घर पहुंच गए. जिस वक्त अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया कुणाल सिंह की पत्नी कंचन देवी खाना बना रही थी तथा कुणाल सिंह की पुत्री सोनम कुमारी पूजा कर रही थी और उसी दौरान कुणाल सिंह भी बाजार से अपने घर पहुंचे. सभी को घर पर आया देख विकास सिंह अपने भाई कुणाल सिंह के घर पहुंच गया और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.

जिसमें कुणाल सिंह, कंचन देवी एवं सोनम कुमारी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. फिर विकास सिंह जब इस घटना को अंजाम देकर बाहर निकला तो कुणाल सिंह के दो पुत्र पटाखा चला रहे थे उन दोनों पर भी विकास सिंह ने फायरिंग शुरू की. लेकिन मिस फायर हो जाने की वजह से कुणाल सिंह के पुत्र शिवम तथा शुभम की जान बच गई. फिर जब दोनों दौड़कर जान बचाने के लिए घर पहुंचे तो अपनी मां पिता एवं बहन की डेड बॉडी मिली. लेकिन तब तक गोली खत्म हो जाने की वजह से विकास घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया.

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वहीं पुलिस इस बड़ी घटना के बाद अपराधी विकास कुमार की जल्द गिरफ्तारी का दावा कर रही है. पुलिस के अनुसार विकास की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. पुलिस की माने तो इस सारे फसाद की जड़ जमीनी विवाद बताया जा रहा है. पुलिस के अनुसार मृतक कुणाल सिंह के चाचा नावल्द थे और आरोपी विकास कुमार को संदेह था कि उनके चाचा अपनी सारी जमीन जायदाद कुणाल कुमार के नाम कर देंगे और इसी वजह से विकास कुमार ने पहले अपने चाचा की हत्या की फिर अपने चाची की और चाची की हत्या के मामले में कुणाल सिंह के गवाह होने की वजह से अब विकास सिंह ने कुणाल सिंह के पूरे परिवार को अपना निशाना बनाया था.

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लगातार हो रहे अपराध की वजह से ऐसा कहा जा सकता है की अपराधियों के मन से पुलिस का इकबाल लगभग खत्म हो चुका है. देखा जाए तो पिछले 72 घंटों के दौरान एक ट्रिपल मर्डर सहित अपराधियों ने 6 लोगों की हत्या की है तथा लूटपाट के दौरान दो लोगों पर जानलेवा हमला किया, जो अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. ऐसा कहा जा सकता है कि गिरिराज सिंह के संसदीय क्षेत्र में अपराधी बेखौफ हो चुके हैं और पुलिस बोनी साबित हो रही है.