बिहार के जमुई में अपराधी बेखौफ हो गए हैं. बुधवार देर शाम अपराधियों ने बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी और 10 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए. इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. बताया जा रहा है कि सदर थाना क्षेत्र के इंदपे गांव निवासी महेंद्र सिंह पुत्र नीतीश कुमार सिंह खैरा प्रखंड में बैंक ऑफ बड़ौदा के सीएसपी संचालक के रूप में काम करता था. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.
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दरअसल, नीतीश कुमार सिंह बुधवार की देर शाम जमुई सदर स्थित बैंक से 10 लाख रुपये लेकर निकला था. वो बाइक से अपने घर की ओर जा रहा था. रास्ते में पहले से घात लगाकर बैठे अज्ञात बदमाशों ने जमुई खैरा मुख्य मार्ग पर नीमारंग मोहल्ले के पास नीतीश की बाइक को जबरन रोक लिया और लूटपाट करने लगे. जब नीतीश ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उसे गोली मारकर घायल कर दिया. थोड़ी देर बाद घटनास्थल पर ही नीतीश की मौत हो गई.
इस वारदात को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश 10 लाख रुपये की नगदी लूटकर वहां से फरार हो गए. घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई. आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं नीतीश के परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक के परिजनों ने बताया कि नीतीश बैंक में काम करता था. वहीं वह रुपये से भरा बैग लेकर निकला था और रास्ते में अज्ञात बदमाशों ने लूटपाट के बाद उसे गोली मार दी.
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बता दें कि इस घटना से कुछ घंटे पहले ही अपराधियों ने एक और बड़ी वारदात को अंजाम दिया था. सदर थाना क्षेत्र के सतायन गांव में एक कपड़ा व्यवसायी का गला रेतकर उसे मार डाला था. व्यवसायी का शव जमुई-लखीसराय मार्ग के सतायन उच्च विद्यालय के पास सड़क के किनारे से मिला था. व्यवसायी की पहचान 35 वर्षीय शंकर साव के रूप में हुई. इस वारदात से गुस्साए लोगों ने शव को रखकर सड़क पर जाम लगा दिया. सूचना पर पहुंचे आलाधिकारियों ने लोगों को आश्वासन दिया और जाम खुलवाया. हालांकि दोनों हत्याकांड में पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं.
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