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कोरोना वायरस का खौफ: बिहार में चीन से आए 2 छात्रों को एकांत में रखा गया

बिहार के पश्चिमी चंपारण और भागलपुर जिले में चीन से आए दो छात्रों को एहतियातन आइसोलेशन में रखा गया है.

Updated on: 05 Feb 2020, 07:22 AM

पटना:

बिहार (Bihar) के पश्चिमी चंपारण और भागलपुर जिले में चीन (China) से आए दो छात्रों को एहतियातन आइसोलेशन में रखा गया है. दोनों छात्रों के रक्त नमूने जांच के लिए पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलजी में भेजे जा रहे हैं. इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोजेक्ट (आईडीएसपी) स्टेट सर्विलांस अधिकारी डॉ. रागिनी मिश्रा ने बताया कि भागलपुर (Bhagalpur) में मीरगंज हाट के समीप एक व्यक्ति और पश्चिम चंपारण जिले के एक व्यक्ति को संदिग्ध मानकर जांच के दायरे में रखा गया है. उन्होंने कहा कि ये दोनों चीन में पढ़ाई करते थे और वहां से लौटे हैं, इस कारण एहतियातन उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है.

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उन्होंने कहा कि इससे पहले सीतामढ़ी और सारण के एक-एक व्यक्ति को संदिग्ध मानकर उनकी जांच कराई गई थी. दोनों ही मामलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. डॉ. मिश्रा ने बताया कि फिलहाल बिहार में कोरोना वायरस को लेकर अब तक कहीं से कोई 'पॉजिटिव केस' नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि गया और पटना हवाई अड्डे पर जांच कैंप बनाए गए हैं.

नेपाल से लगती बिहार सीमा के सात जिलों में 98 कैंप लगाए गए हैं जहां अब तक नेपाल से आने वाले 2358 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है. इन जिलों में सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, किशनगंज, अररिया, सुपौल व मधुबनी शामिल हैं. सर्दी-खांसी व गले में तकलीफ के मरीजों की विशेष रुप से जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि सभी जिलों से प्राप्त रिपोर्ट को राज्य सरकार, केंद्र सरकार के साथ साझा कर रही है.

उन्होंने बताया कि फिलहाल विभाग का फोकस नेपाल क्षेत्र में है, लेकिन दो-तीन रोज में पूरे बिहार में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे. गया एयरपोर्ट पर बनाए गए मेडिकल कैंप में अब तक 700 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है. यहां से अब तक कोरोना का एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है.

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इस बीच संदिग्ध मरीज को स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में होम आइसोलेशन की सुविधा देने का निर्णय लिया है. विभाग द्वारा विषम परिस्थिति में ही संदिग्ध मरीजों को अस्पतालों में रखकर इलाज करने का निर्देश दिया गया है.स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस को लेकर लगातार संदिग्ध मरीजों पर नजर रख रहा है. राज्य में सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को इसके लिए एलर्ट किया जा चुका है. सभी मेडिकल कलेज अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं, जहां कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को रखने व इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.

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