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गोपालगंज जेल पहुंचा कोरोना, 2 दिनों में 139 कैदी संक्रमित

बिहार के गोपालगंज जिला स्थित जेल में 139 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है, जिन्हें अब अलग आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.

Updated on: 19 May 2021, 01:43 PM

highlights

गोपालगंज जिला जेल में 139 कैदी कोरोना पॉजिटिव

इस जेल में फिलहाल 932 कैदी मौजूद, टीकाकरण शुरू

  • सरमस्तपुर पंचायत में 26 दिनों में 37 लोगो की मौत 

पटना:

बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले में भले ही कुछ कमी आई हो लेकिन अभी भी संक्रमण कई नए इलाकों में पांव पसार रहा है. संक्रमण का दायरा अब जेल तक भी पहुंचने लगा है. बिहार के गोपालगंज जिला स्थित जेल में 139 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है, जिन्हें अब अलग आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. गोपालगंज जेल अधीक्षक कुमार अमित ने बताया कि सोमवार को 86 कैदियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई जबकि इसके एक दिन बाद यानी मंगलवार को और 53 कैदी संक्रमित मिले हैं. उन्होंने कहा कि सभी संक्रमित कैदियों को जेल परिसर में बने आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करके उनका इलाज प्रारंभ कर दिया गया है. इस जेल में फिलहाल 932 कैदी मौजूद हैं.

जेल अधीक्षक ने बताया कि सभी कोरोना संक्रमित कैदियों का इलाज चल रहा है. इस क्रम में अगर किसी कैदी को अस्पताल भेजने की जरूरत पड़ी तो उन्हें थावे प्रखंड स्थित शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र में बने कोविड सेंटर में भेजा जाएगा. जेल अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि मंडल कारा में कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए टीकाकरण का भी कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि अब तक 480 कैदियों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है. वैक्सीन लिए कैदियों में 452 पुरूष और 28 महिला कैदी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि टीकाकरण का कार्य लगातार जारी है.

इस बीच बिहार में कोरोना वायरस का कहर अब गांवों में भी शुरू हो गया है. राज्य के ग्रामीण इलाके के पंचायतों में चल रहे उप स्वास्थ्य केंद्र के हालात बेहद दयनीय है. कोरोना संक्रमण के कारण मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड के सरमस्तपुर पंचायत में 26 दिनों में 37 लोगो की मौत हो गई. इस पंचायत में लगातार हो रही मौत से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. सकरा प्रखण्ड के सरमस्तपुर पंचायत में एक महीने के अंतराल में लगभग 37 लोगों की मौत से ग्रामीणों में दहशत है. लोग घरों से बाहर नही निकल रहे हैं. पूरी पंचायत वीरानी सी लग रही है. यहां के लोगों का कहना है कि बहुत लोगों में कोरोना के लक्षण देखे गए थे, लेकिन लोगों का टेस्ट नहीं किया गया.